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देहरादून: अब अपराधियों के लिए बचना नहीं होगा आसान, ऑपरेशन थर्ड आइ से रखी जाएगी चप्पे-चप्पे पर नजर

Operation Third Eye आपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद बच निकलना अब अपराधियों के लिए आसान नहीं होगा। दून पुलिस जनपद में आपरेशन थर्ड आइ शुरू करने जा रही है। इसके तहत हर थाना प्रभारी को जन सहयोग से अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाने का टास्क दिया गया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 09:37 AM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 09:37 AM (IST)
देहरादून: अब अपराधियों के लिए बचना नहीं होगा आसान, ऑपरेशन थर्ड आइ से रखी जाएगी चप्पे-चप्पे पर नजर
अब अपराधियों के लिए बचना नहीं होगा आसान।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Operation Third Eye आपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद बच निकलना अब अपराधियों के लिए आसान नहीं होगा। दून पुलिस जनपद में 'आपरेशन थर्ड आइ' शुरू करने जा रही है। इसके तहत हर थाना प्रभारी को जन सहयोग से अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाने का टास्क दिया गया है। शुक्रवार से 15 दिनों तक थाना प्रभारी ऐसे स्थानों को चिह्नित करेंगे जो अपराध की दृष्टि से अति संवेदनशील हैं। ऐसे स्थानों पर जन सहयोग व जन प्रतिनिधियों से संपर्क कर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। सीसीटीवी ऐसी जगहों पर लगाए जाएंगे, जहां कैमरों न लगे हों या फिर उनकी संख्या कम हो।

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इस अभियान में सीसीटीवी कैमरों की गुणवत्ता पर विशेष फोकस किया जाएगा। इसमें नाइट विजन, आइपी कैमरा और कैमरों का बैकअप कम से कम एक महीने का होगा। थाना प्रभारी बाजार व रूटों पर यह फोकस करेंगे कि कैमरे का रुख ऐसी दिशा में हो जिसमें संदिग्ध और वाहन की पहचान आसानी से हो सके। इसके अलावा सभी चीता मोबाइल अपनी-अपनी बीट पुस्तिका में निर्धारित फार्मेट में सीसीटीवी संबंधी सूचना रखेंगे। इससे उनके क्षेत्र में घटित अपराध की रोकथाम के दृष्टिगत सहयोग मिल सके। थाना प्रभारी व्यक्तिगत रूप से व्यापार मंडल व रेजीडेंट वेलफेयर सोसायटी से अनुरोध करके अधिक से अधिक कैमरे लगवाकर अभियान को सफल बनाने का प्रयास करेंगे।

15 दिन बाद होगी मॉक ड्रिल

अभियान खत्म होने के बाद एक मॉक ड्रिल होगी, जिसमें किसी भी क्षेत्र में आपराधिक घटना घटित होने की सूचना वायरलेस के माध्यम से दी जाएगी। घटना के बाद देखा जाएगा कि जिस क्षेत्र में अपराध की सूचना दी गई है, वहां पर कितने कैमरे लगे हैं, और उनसे कितनी मदद मिलेगी। इसकी मॉनीटरिंग खुद डीआइजी करेंगे।

तहसील चौक पर हुई घटना के बाद लिया संज्ञान

तहसील चौक पर पिछले दिनों महिला के साथ हुई लूट की घटना के बाद पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर कैमरे लगाने की योजना बनाई है। लूट की घटना में कैमरों से मदद न मिलने के कारण पुलिस को अपराधियों तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी।

डीआइजी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो जाता है, जिसकी तलाश करने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। यदि सभी थाना क्षेत्रों में सीसीटीवी लगे होंगे तो अपराधी तक पहुंचने में मदद मिल सकेगी। इसी उद्देश्य से थर्ड आइ ऑपरेशन शुरू किया गया है।

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