कारगी रोड पर पहले टूटी पेयजल लाइन के ऊपर बिछा दी टाइल, तीसरे दिन उखाड़ डाली
शासन के सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के अभियान को जिम्मेदार अधिकारी ही पलीता लगा रहे हैं। एक विभाग सड़क की मरम्मत कर रहा है तो दूसरा उसे खोद रहा है। निर्माण और मरम्मत के कार्यों में निर्माण एजेंसियों के बीच सामंजस्य ही नहीं है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Dehradun News उत्तराखंड शासन के सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के अभियान को जिम्मेदार अधिकारी ही पलीता लगा रहे हैं। एक विभाग सड़क की मरम्मत कर रहा है तो दूसरा उसे खोद रहा है। निर्माण और मरम्मत के कार्यों में निर्माण एजेंसियों के बीच सामंजस्य ही नहीं है। यही वजह है कि कारगी रोड के जिस हिस्से पर मरम्मत के नाम पर लोनिवि निर्माण खंड ने बुधवार को टाइल बिछाई थी, शनिवार को तीसरे दिन उसे उखाड़ दिया गया।
लोनिवि ने जिस भाग पर टाइल बिछाई, वहां सड़क के नीचे पांच इंच की पेयजल लाइन लीक कर रही थी। उसका पानी सड़क के ऊपर भी बह रहा था। इसके बाद भी लोनिवि ने टाइल बिछा दी। ऐसा नहीं है कि जल संस्थान ने लोनिवि से संपर्क नहीं किया। जल संस्थान के अधिकारियों ने टाइल बिछाने के काम को रुकवाने का आग्रह भी किया, ताकि पहले लीकेज ठीक कर दी जाए। मगर, लोनिवि ने इसकी अनुमति देने से साफ इन्कार कर दिया। अब लीकेज बढ़ने लगी तो शनिवार को जल संस्थान ने लीकेज वाले हिस्से की टाइल उखाड़ दी। अब लीकेज ठीक कर दी गई है, मगर टाइल दोबारा कब बिछेगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
जनता क्यों झेले परेशानी
कारगी रोड पर जनता पिछले डेढ़-दो साल से गड्ढों में हिचकोले खा रही है। अब लोनिवि ने मरम्मत का काम शुरू भी किया था, मगर दूसरे विभागों के साथ समंजस्य की कमी के चलते पहले ही चरण में सिर मुंडाते ओले पड़ने जैसी स्थिति पैदा हो गई है। कारगी रोड पर गड्ढों के चलते जाम की स्थिति बनी रहती है। तीन दिन पहले जब यहां सुबह के व्यस्त समय में टाइल बिछाने का काम किया तो दिनभर जाम की समस्या विकट रही और अब टाइल उखाड़ने के दौरान भी नागरिकों से भारी परेशानी झेली।
यह भी पढें- हरिद्वार बाईपास रोड को फोर लेन करने उतरी मशीनरी, नौ साल से अधर में लटकी थी परियोजना
लीकेज ठीक करने के बाद नहीं भरा गड्ढा
बलबीर रोड पर गड्ढे में गिरने से एक व्यक्ति के चोटिल होने पर जिलाधिकारी ने ठेकेदार को पीड़ित व्यक्ति को दो लाख रुपये अदा करने के आदेश दिए। साथ ही ठेकेदार पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। इस प्रकरण से भी ठेकेदार व अधिकारी सीख लेते नहीं दिख रहे। कारगी रोड पर लीकेज ठीक करने के लिए जो गड्ढा खोदा गया था, उसे ढंग से भरा ही नहीं गया। खोदाई वाले भाग पर सड़क धंस गई है और इसका मलबा भी निस्तारित नहीं किया गया। ऐसे में यहां कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
यह भी पढ़ें- Dehradun Roads: देहरादून के लाल पुल और कारगी हिचकोला मार्ग पर आपका स्वागत है