साप्ताहिक बंदी पर कुछ कारोबारी दिखा रहे चालाकी, डेयरी की आड़ में खुल रहीं परचून की दुकानें
Dehradun Lockdown Update इस बार प्रशासन ने कई प्रतिष्ठानों को बंदी से छूट दी थी। हालांकि अब भी साप्ताहिक बंदी वाले दिन परचून की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं है लेकिन कई कारोबारी डेयरी की आड़ में इन दुकानों को खोल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Dehradun Lockdown Update इस रविवार को कोरोना संक्रमण के रफ्तार पकड़ने के बाद की दूसरी साप्ताहिक बंदी थी। इस बार प्रशासन ने कई प्रतिष्ठानों को बंदी से छूट दी थी। हालांकि, अब भी साप्ताहिक बंदी वाले दिन परचून की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं है, लेकिन कई कारोबारी डेयरी की आड़ में इन दुकानों को खोल रहे हैं।
पुलिस और प्रशासन भी कारोबारियों की इस चालाकी को पकड़ नहीं पा रहा। यही वजह है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों का उल्लंघन करने पर पुलिस ने जिन 335 व्यक्तियों का चालान किया, उनमें सिर्फ मास्क न पहनना और शारीरिक दूरी का उल्लंघन शामिल रहा। ऐसा भी नहीं है कि परचून की जो दुकानें साप्ताहिक बंदी वाले दिन खुल रही हैं, उनमें डेयरी का अच्छा खासा कारोबार किया जा रहा है। सिर्फ अधिकारियों को गच्चा देने के लिए कारोबारी दुकान के बाहर पैकेज्ड दूध की कुछ क्रेट रख दे रहे हैं। कुछ कारोबारियों ने तो दुकान के बाहर डेयरी का बोर्ड भी लगा दिया है। यह वो दुकानें हैं, जिनमें दूध की बिक्री एक फीसद भी नहीं की जाती।
आलू-प्याज का भी सहारा
कई कारोबारी ऐसे भी हैं, जिन्होंने परचून की दुकान खोलने के लिए दुकान के बाहर आलू-प्याज रखा हुआ है। यह सब इसलिए किया जा रहा है, ताकि मान लिया जाए कि वह सब्जी विक्रेता भी हैं, क्योंकि इस तरह के प्रतिष्ठानों को साप्ताहिक बंदी से छूट दी गई है।
अधिकतर प्रतिष्ठान रहे बंद
दुकान खोलने के लिए कई कारोबारियों के तिकड़म भिड़ाने के बाद भी साप्ताहिक बंदी का व्यापक असर दिखा। खासकर मुख्य सड़कों पर छूट के दायरे से बाहर रखे गए लगभग सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। मुख्य सड़कों पर वही प्रतिष्ठान खुले रहे, जो किसी न किसी रूप में बेकरी उत्पादों से संबंधित काम करते हैं। बेकरी को भी बंदी से छूट दी गई है। नगर निगम की टीमें शहरभर में सैनिटाइजेशन करती नजर आईं।