हिंदू बता नाबालिग को नौकरी का झांसा, फिर दुष्कर्म कर हड़पे दस्तावेज; अपहरण के दौरान लड़की ने दिखाई सूझबूझ
युवक ने नाबालिग को पहले तो पहचान बदलकर दून अस्पताल में नौकरी लगाने का झांसा दिया। फिर उसे अपने चुंगल में रखने के लिए उसके मोबाइल और दस्तावेज अपने पास रख लिए। रविवार रात को युवती को झाझरा में बुलाकर उसे जबरदस्ती कार में बैठाकर अगवा करने की कोशिश की।
जागरण संवाददाता, देहरादून। नाबालिग का अपहरण कर ले जा रहे एक आरोपित को प्रेमनगर थाना पुलिस ने बिधौली से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब नाबालिग के बयान दर्ज किए तो पता चला कि आरोपित ने उसके साथ पहले दुष्कर्म भी किया था। पुलिस ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने व अपहरण करने वाले आरोपित और उसके सहयोगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि उसका साथी फरार है।
थानाध्यक्ष प्रेमनगर कुलदीप पंत ने बताया कि एक नाबालिग जोकि मूल रूप से बड़कोट, उत्तरकाशी की रहने वाली है, वर्तमान में वह सेलाकुई में किराये के मकान में रह रही है। हरिद्वार के एक गांव में रहने वाली महिला ने नाबालिग को नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाते हुए अन्नू नाम के व्यक्ति से मिलवाया। अन्नू ने नाबालिग को दून अस्पताल में नौकरी लगाने की बात कही और असली शैक्षणिक समेत अन्य दस्तावेज और मोबाइल अपने पास रख लिए, लेकिन नौकरी नहीं लगवाई। रविवार रात को नाबालिग व उसके दोस्त ने अन्नू को मैसेज किया और मोबाइल व दस्तावेज झाझरा में लाने को कहा। अन्नू अपने एक अन्य दोस्त के साथ कार में पहुंचा और नाबालिग को जबरदस्ती कार में बैठा लिया। नाबालिग के दोस्त ने जब विरोध किया तो उसे धक्का देकर गिरा दिया और कार बिधौली की तरफ दौड़ा ली। नाबालिग के शोर मचाने पर बिधौली में कुछ व्यक्तियों ने कार रुकवा ली और आरोपित को पकड़कर पीट दिया। इस बीच पहुंची पुलिस ने आरोपित अन्नू को गिरफ्तार कर लिया। आधार कार्ड से पता लगा कि अन्नू का असली नाम यूुनुस खान निवासी बाजदारम स्ट्रीट, सहारनपुर है। आरोपित का दूसरा साथी आदेश धीमान निवासी चुक्खू मोहल्ला, देहरादून अभी फरार है।
पुलिस ने जब पीड़ित के बयान दर्ज किए तो उसने बताया कि आरोपित उसके साथ दुष्कर्म भी कर चुका है। आरोपित उसका इस्तेमाल गलत कामों में करने की फिराक में था। जिसके लिए ही उसने अपहरण किया था।
पुलिस ने आरोपित को ऐसे पकड़ा
थानाध्यक्ष कुलदीप पंत ने बताया कि अपहरण के बाद पीड़ित के दोस्त ने उसे फोन लगाया था, जोकि उठा लिया गया। फोन पर पीडि़ता के चीखने की आवाज आ रही थी। इस पर पीडि़ता का दोस्त प्रेमनगर थाने पहुंचा और घटना की जानकारी दी। उसने बताया कि आरोपित पीडि़ता को कार में बिधौली की ओर ले गया है। इसके बाद पुलिस ने पीछा करना शुरू किया। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो स्थानीय लोग उसे पकड़ चुके थे। कार में आरोपित का साथी भी था, मगर वह भाग चुका था।
नाबालिग और दोस्त ने दिखाई सूझबूझ
जब आरोपित नाबालिग का अपहरण कर ले जा रहे तो दोस्त ने उसको फोन लगा लिया और थाने पहुंच गया। लड़की ने भी बातों-बातों में आरोपित से लोकेशन निकलवा ली और चुपके से फोन पर अपने दोस्त को बताती रही। इस बीच पुलिस भी पहुंच गई और आरोपित को धर दबोचा। हालांकि, एक भागने में कामयाब रहा।
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