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Deepawali 2019: उत्तराखंड में छाया दीपावली का उल्लास, स्वास्थ्य का भी रखें ख्याल

उत्तराखंड में भी दीपावली और भैया दूज को लेकर लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है। दीपावली के जश्न को लेकर लोगों में अलग ही क्रेज देखने को मिल रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 27 Oct 2019 10:26 AM (IST)Updated: Sun, 27 Oct 2019 10:05 PM (IST)
Deepawali 2019: उत्तराखंड में छाया दीपावली का उल्लास, स्वास्थ्य का भी रखें ख्याल
Deepawali 2019: उत्तराखंड में छाया दीपावली का उल्लास, स्वास्थ्य का भी रखें ख्याल

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में भी रोशनी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही लोग घरों में साफ-सफाई में जुट गए और फिर पूजा कर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का आशीर्वाद लिया। कछ ने तो सुबह से ही पटाखे फोड़ दीपावली का जश्न मनाना शुरू कर दिया। दीपावली के दिन भी बाजारों की रौनक देखते ही बनी। चारों ओर जगमग करती लाइटें और दुकानों और घरों में की गई सजावट एकाएक ही अपनी ओर आकर्षित करती रही। उधर, लोगों ने भी बाजारों में परिवार के साथ खूब सैर सपाटा किया और जमकर खरीदारी की। वहीं, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी प्रदेशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दी हैं। 

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दीपावली रोशनी का त्योहार है, जिसे लोग बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं। दीपावली के लिए कई दिन पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं और लोग इसका बेसब्री से इंतजार करते हैं। घरों की साफ-सफाई और रंग-रोगन के साथ ही चमचमाती लड़ियों और झालरों से सजाया जाता है। इस दीपावली पर भी लोगों ने घर की सजावट के लिए इस बार इंडियन झालर, रोटेड बल्ब, एसएमडी रोल की खूब खरीददारी की। 

पैकिंग मिठाई और ड्राईफ्रूट से सजी दुकानें

त्योहार दीपावली का हो और मुंह मीठा न हो तो बात बनती नहीं। दोस्तों और रिश्तेदारों को उपहार स्वरूप इस पर्व में लोग ज्यादातर मिठाइयां और ड्राईफ्रूट ही देते हैं। मिठाई के विक्रेता सोहन अग्रवाल का कहना है कि ग्राहकों की पसंद के हिसाब से मिठाई और ड्राईफ्रूट की खास पैकिंग तैयार की गई है। बादाम, अखरोट, किशमिश, काजू, पिस्ता जैसे मेवों को शानदार साज सज्जा से पैक किया गया है। जिससे कि ग्राहक आसानी से अपनों को उपहार देकर मुंह मीठा करा सकें।

दीपावली और भैय्यादूज को देखते हुए भीड़ हुई दोगुनी

बाजारों में ग्राहकों की भीड़ दीपावली और भैय्यादूज को देखते हुए दोगुनी हो गई है। दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक दीपावली व भैय्यादूज दोनों के लिए साथ खरीदारी कर रहे हैं।

गरीब बेटियों की शादी में दूंगी आर्थिक सहायता

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने इस दीपावली में गरीबों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने गरीब परिवारों की बेटियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता देने का एलान किया है। वहीं विधवा और असहाय महिलाओं के भोजन की व्यवस्था कराना तय किया। इसके लिए उन्होंने महापौर को पार्षदों के साथ बैठ कर ऐसे लोगों का डाटा तैयार करने को कहा है।

शनिवार को छोटी दीपावली के मौके पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कांवली रोड स्थित वाल्मीकि बस्ती में मिठाई बांटी। उन्होंने बस्ती के लोगों को धनतेरस, दीपावली और गोवर्धन पूजा की शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि दीपावली अपने भाई-बहनों के साथ मनाने का मन था। इसलिए यहां बस्ती में आपके बीच आई हूं। उन्होंने मंच से गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में आर्थिक सहयोग के साथ ही असहाय महिलाओं के लिए भोजन व्यवस्था में सहायता करने का एलान किया। 

उन्होंने महापौर सुनील उनियाल गामा को पार्षदों के साथ बैठक कर ऐसा डाटा तैयार करने को कहा। कहा कि ऐसी बेटियों की शादी एक ही मंच पर आयोजित की जाएगी। जिससे सभी को सुविधा हो। कार्यक्रम के बाद पास में मौजूद दुर्गा माता के मंदिर में उन्होंने हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया। महापौर ने सभी लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए सुरक्षित दीपावली मनाने का संदेश दिया। कार्यक्रम में नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय, विशाल गुप्ता, जाटव समाज के क्षेत्रीय अध्यक्ष केवल कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे। 

उन्होंने महापौर सुनील उनियाल गामा को पार्षदों के साथ बैठक कर ऐसा डाटा तैयार करने को कहा। कहा कि ऐसी बेटियों की शादी एक ही मंच पर आयोजित की जाएगी। जिससे सभी को सुविधा हो। कार्यक्रम के बाद पास में मौजूद दुर्गा माता के मंदिर में उन्होंने हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया। महापौर ने सभी लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए सुरक्षित दीपावली मनाने का संदेश दिया। कार्यक्रम में नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय, विशाल गुप्ता, जाटव समाज के क्षेत्रीय अध्यक्ष केवल कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

...ताकि स्वास्थ्य के लिए भी शुभ रहे दीपावली

दीपावली रोशनी और उल्लास का पर्व है, शोर और धुएं का नहीं। त्योहार मनाइए, पर अपनी सेहत, सुरक्षा और दूसरों को अनदेखा करके नहीं। यह दीयों को जगमग करने का त्योहार है। सभी कड़वाहट को मिटाकर अपनों के गले मिलने, बड़ों से आशीष लेने का दिन है। इसे पटाखों के शोर में गुम न होने दें। 

पटाखों की आवाज

वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. प्रवीण पंवार के अनुसार ज्यादातर पटाखों से 80 डेसिबल से अधिक स्तर की आवाज निकलती है। जिस कारण बहरापन, उच्च रक्तचाप और अनिद्रा जैसी स्थिति आ जाती है। बच्चे, गर्भवती महिलाएं और सांस की समस्याओं से पीडि़त लोगों की अत्यधिक ध्वनि व प्रदूषण के कारण दिक्कतें बढ़ जाती हैं। हवा में धूल के कणों के साथ घुले बारूद के कण और धुएं के संपर्क में ज्यादा देर रहने वालों को खांसी, आंखों में जलन, त्वचा में चकत्ते पडऩे के साथ उल्टी की समस्या भी हो सकती है।

स्वास्थ्य पर खतरा

वरिष्ठ चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल आर्य बताते हैं कि स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ाने अलावा पटाखों से परोक्ष रूप से गंभीर दुष्परिणाम भी देखे गए हैं। पटाखे सावधानी से नहीं चलाने पर त्वचा झुलस सकती है और इस पर लंबे समय तक जले का निशान बना रहता है। गलत तरीके से आतिशबाजी करने के कारण बहुत लोग बुरी तरह जलकर जख्मी हो चुके हैं और कई लोगों की जान तक पर बन आई है। 

अन्य नुकसान

वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. केपी जोशी के अनुसार पटाखों के जलने से त्वचा, बाल और आंखों की पुतलियों को भी गंभीर नुकसान पहुंचता है। पटाखों में मौजूद नुकसानदेह रसायन त्वचा में शुष्कता और एलर्जी पैदा करते हैं। वातावरण में नुकसानदेह रसायनों के फैलने से बालों के रोमकूप कमजोर पड़ जाते हैं जिसके परिणामस्वरूप बाल टूटने लगते हैं और बालों की प्राकृतिक संरचना भी बिगड़ती है। पटाखों के कारण आंखों में जरा सी चोट भी एलर्जी और नेत्रहीनता की स्थिति पैदा करती है।

आंखों को रखें सलामत 

वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. सुशील ओझा ने बताया कि आतिशबाजी के कारण प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है जो आंखों के लिए हानिकारक है। पटाखे हमेशा खुली जगह पर चलाएं और दूरी का विशेष ध्यान रखें। दुर्घटना से बचने के लिए चश्मा आदि पहनें। रंगोली बनाने के बाद अपनी आंखों को अच्छी तरह साबुन से धोएं। ताकि रासायनिक पदार्थ आंख में न जाएं। 

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न लें टेंशन, दीपावली पर मौसम भी देगा साथ

दीपावली के उल्लास में मौसम भी साथ देगा। रविवार को पहाड़ों के निचले क्षेत्रों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहने की संभावना है। केवल उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कहीं-कहीं बादल छाये रह सकते हैं व हल्की बारिश की संभावना है। हालांकि रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे रहने की संभावना है। जिससे रात 10 बजे बाद ठंड महसूस की जा सकती है।

पिछले 26 दिनों से प्रदेश के दो जिले नैनीताल व चमोली को छोड़कर कहीं भी बारिश नहीं हुई है। जिससे तापमान में नमी कम है। मैदानी क्षेत्र हरिद्वार, रुड़की, ऊधमसिंहनगर व देहरादून में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। जिससे दिन के समय गर्मी और रात में ठंड महसूस की जा रही है। विदित रहे कि राज्य के अधिकतर जिलों में 29-30 सितंबर को मानसून सीजन की आखिरी बारिश हुई थी।

उसके बाद पिछले 26 दिनों में केवल नैनीताल जिले में 0.2 मिलीमीटर जबकि चमोली जिले में 0.9 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। अन्य 11 जिलों में बारिश नहीं हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि आने वाले सप्ताह में मौसम शुष्क बना रहेगा केवल उच्च हिमालयी क्षेत्र में कहीं-कहीं बादल छाये रहने की संभावना है, कुछेक इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। मैदानी क्षेत्रों के न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आ सकती है। 

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दीपावली का एक दिया शहीदों के नाम

हिंदु युवा वाहिनी ने दीपावली के उपलक्ष्य में गांधी पार्क में 'एक दिया शहीदों' के नाम' कार्यक्रम का आयोजन किया। संगठन के सदस्यों ने शहीद स्मारक पर दिये जलाकर शहीदों के परिवारों की सुख समृद्धि की कामना की।संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष गोविंद वाधवा ने कहा कि दीपावली पर्व पर जहां एक तरफ पूरा देश उत्साह के माहौल में अपने परिवार के साथ खुशी मना रहा है, वहीं देश की सीमा पर सैनिक हमारी रक्षा के लिए तैनात हैं। इन्हीं में से कई सैनिकों ने देश के लिए अपनी शहादत दी है।

उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि इस दीपावली देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों के नाम भी एक दीपक जलाएं। इस दौरान जिलाध्यक्ष उदय राजपूत, महानगर अध्यक्ष जीतू रंधावा, देवेंद्र सैनी, आशुतोष गुप्ता, हर्ष सूरी, दिनेश, मुकेश, राधा सेमवाल, मीनू धीमान आदि उपस्थित रहे। 

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