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दुकान के आगे की नाली मिली चोक तो कट जाएगा चालान Dehradun News

डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दुकानों के आगे नाली चोक मिली तो चालान काटा जाएगा।

By Edited By: Published: Thu, 11 Jun 2020 02:59 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2020 08:15 AM (IST)
दुकान के आगे की नाली मिली चोक तो कट जाएगा चालान Dehradun News
दुकान के आगे की नाली मिली चोक तो कट जाएगा चालान Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने अभियान शुरू कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने रायपुर क्षेत्र से लेकर शहर के विभिन्न इलाकों का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति जानी। उन्होंने चेतावनी दी कि दुकान के आगे नालियां चोक होने पर चालान भी काटा जाएगा।  

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पिछली दफा रायपुर क्षेत्र में ही डेंगू-मलेरिया के सर्वाधिक मामले सामने आए थे। जिलाधिकारी की अपील पर विकासनगर के विधायक मुन्ना सिंह चौहान, कैंट विधायक हरबंस कपूर, रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ व दून रेजीडेंट्स वेलफेयर फ्रंट भी अभियान से जुड़े। सभी ने अपने-अपने क्षेत्रों में साफ-सफाई, फॉगिंग आदि का कार्य किया।

निरीक्षण में जिलाधिकारी ने पाया कि विभिन्न डेयरी संचालक गोबर को नाली में बहा रहे हैं। इससे नाली चोक हो रही है और मच्छर पनपने लगे हैं। इस दौरान रायपुर क्षेत्र की एक डेयरी का गोबर जगह-जगह पड़ा देख जिलाधिकारी ने संचालक को भविष्य के प्रति सचेत किया। इस दौरान एक जगह चोक पड़ी नाली को साफ भी किया गया। 

इसके अलावा जिलाधिकारी ने पाया कि विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठानों के आगे की नालियां चोक पड़ी हैं। दुकान से निकलने वाला कचरा भी वहीं डंप किया जा रहा है। इस पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने नगर निगम को निर्देश दिया कि ऐसे प्रतिष्ठानों के चालान काटे जाएं। इसी तरह बार-बार नियमों की अनदेखी करने वाले डेयरी संचालकों के भी चालान काटने व मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अरविंद पांडेय, उपजिलाधिकारी गोपाल राम बिनवाल आदि उपस्थित रहे।

बेसिक स्कूल की टंकी का ढक्कन खराब 

जिलाधिकारी ने बेसिक स्कूल रायपुर का भी निरीक्षण किया। वहां पीने के पानी की टंकी का ढक्कन खराब मिला। ऐसे में मच्छरों के पनपने की आशंका जताते हुए टंकी साफ कर ढक्कन दुरुस्त करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए।

डेंगू के खिलाफ जागा नगर निगम 

शहर में कोरोना संक्रमण के बीच ही डेंगू के प्रकोप को रोकने की दोहरी चुनौती नगर निगम के सामने आ गई है। फिलहाल निगम प्रशासन पूरा फोकस कोरोना संक्रमण पर कर रहा है, लेकिन अब जिलाधिकारी ने डेंगू को लेकर भी प्रभावी कदम उठाने के आदेश दिए हैं। इस पर नगर निगम ने शहर के सभी 100 वार्डो में कोरोना के सैनिटाइजेशन की तरह डेंगू के लिए वृहद पैमाने पर फॉगिंग कराने का निर्णय लिया है। इसमें पार्षदों की अहम जिम्मेदारी रहेगी। 

महापौर सुनील उनियाल गामा ने इसकी कार्ययोजना बनाने के लिए दो दिवसीय बैठक बुलाई है। जिसमें पहले दिन पहले 50 वार्ड और दूसरे दिन बाकी 50 वार्ड के पार्षदों को बुलाया गया है।

मार्च में फैले कोरोना संक्रमण के बाद से नगर निगम शहर में कई बार सैनिटाइजेशन अभियान चला चुका है। अब मुख्यमंत्री के आदेश पर सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को भी यह अभियान चलाया जाने लगा है। अब शहर में डेंगू पिछले साल की तरह न फैले, इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। 

अभियान के लिए निगम सभागार में अधिकारियों और पचास वार्ड के पार्षदों की बैठक बुलाई गई है और इस दौरान उनकी जिम्मेदारियां तय कर दी जाएंगी। अभियान में लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि अप्रैल से ही डेंगू की रोकथाम के लिए वार्डो में फॉगिंग की जा रही है। बता दें कि, जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने शहर का निरीक्षण कर डेंगू के प्रकोप को लेकर नगर निगम के अधिकारियों को कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए थे।

चस्पा होगा, मैं डेंगू-मलेरिया फैलाने में मदद नहीं कर रहा

डीएम ने अपील की कि सभी लोग अपने घरों/प्रतिष्ठानों के आसपास पानी एकत्रित न होने दें। यह देखा जाए कि गमलों, कूलर, टायर, खाली बर्तन, डिब्बों व खाली प्लॉट में पानी जमा न होने पाए। इसके लिए लोगों को जागरूक करने व प्रतिष्ठानों/घरों पर ‘मैं डेंगू-मलेरिया फैलाने में मदद नहीं कर रहा’ संबंधी पर्चे/बैनर चस्पा किए जाएं। 

जिलाधिकारी ने कहा कि यह काम किसी एक एजेंसी का नहीं है। प्रशासन, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, जनप्रतिनिधि व लोग साथ मिलकर काम करेंगे तो डेंगू-मलेरिया पर अंकुश लगाया जा सकता है। इसके लिए समय-समय पर चूने का छिड़काव, फॉगिंग आदि कराने को कहा गया है।

नालियों की ढाल ठीक की जाए

जिलाधिकारी ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिया कि जहां पर भी नालियों की ढाल ठीक न होने से पानी का जमाव हो रहा है, उनको चिह्नित कर ढाल को ठीक किया जाए। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वह नगर निकायों के साथ समन्वय बनाकर काम करें।

तत्काल साफ किया जाए राजीवनगर का नाला

स्थानीय लोगों की शिकायत पर बुधवार को महापौर सुनील उनियाल गामा ने राजीव नगर के नालों का निरीक्षण किया। महापौर ने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को इनकी तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही शहर के अन्य नालों को भी बारिश से पहले साफ कराने के निर्देश दिए। 

पिछले कुछ दिन से मिल रही शिकायत पर महापौर गामा बुधवार को राजीव नगर वार्ड क्षेत्र में औचक निरीक्षण को पहुंचे। पार्षद कमली भट्ट ने नालों की सफाई न होने का आरोप लगाया। महापौर ने सत्यता देखी और फोन कर मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को नाले की सफाई के लिए कहा। बता दें कि बारिश में अकसर यह नाला चोक हो जाता है और पूरे राजीवनगर में जलभराव की समस्या हो जाती है। महापौर ने अन्य नालों की सफाई का काम पूरा कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।

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नगर निगम ने की अपील

-जब तक बारिश नहीं है, तब तक कूलरों की सफाई कर धूप में रखें।

-आसपास की नालियों में पानी जमा न होने दें।

-अगर कोई गड्ढा है तो उसे मिट्टी से भर दें।

-डेंगू का मच्छर पानी में ही पनपता है, ऐसे में कहीं भी पानी जमा न होने दें।

-घर के दरवाजे, खिड़कियां बारिश के बाद खुली न रखें।

-मच्छरों की रोकथाम को मच्छर रोधी मिश्रण का छिड़काव करें।

-बारिश शुरू होने के बाद घर से बाहर पूरे शरीर को ढककर ही निकलें।

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