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Dehradun Crime News: साइबर ठग ने डीजीपी अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर मांगे पैसे

साइबर ठगों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि वह पुलिस अधिकारियों तक नहीं छोड़ रहे। तमाम पुलिस अधिकारियों के फर्जी आइडी बनाने के बाद अब साइबर ठग ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर पैसों की मांग करनी शुरू कर दी है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 11:10 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 11:10 AM (IST)
Dehradun Crime News: साइबर ठग ने डीजीपी अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर मांगे पैसे
साइबर ठग ने डीजीपी अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर मांगे पैसे।

जागरण संवाददाता, देहरादून। साइबर ठग बेखौफ होते जा रहे हैं। अब वह पुलिस के आला अधिकारियों की फेसबुक आइडी से भी छेड़छाड़ करने में नहीं हिचक रहे। ताजा मामला जो प्रकाश में आया है, उसके अंतर्गत एक ठग उत्तराखंड पुलिस के मुखिया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर मदद के नाम पर पैसे मांग रहा था। साइबर थाना पुलिस ने संबंधित फेसबुक आइडी को बंद करा दिया है। साथ ही इस मामले में मंगलवार को शहर कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गई।

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पुलिस के अनुसार, मोती बाजार में रहने वाले तनुज ओबराय ने इस संबंध में शिकायत की थी। सोमवार को रात करीब साढ़े नौ बजे वह फेसबुक मैसेंजर पर आनलाइन थे। इसी दौरान अशोक कुमार आइपीएस नाम की फेसबुक आइडी से उनके पास मैसेज आया। यह देखकर तनुज चौंक गए। मैसेज करने वाले व्यक्ति ने खुद को डीजीपी बताते हुए पहले उनसे हालचाल पूछा और फिर कहा कि एक जरूरी काम है। तनुज ने काम पूछा तो जवाब मिला कि 10 हजार रुपये की तुरंत जरूरत है।

इसके साथ ही व्यक्ति ने अपना मोबाइल नंबर देकर रुपये गूगल पे या पेटीएम से भेजने को कहा। रुपयों की मांग होते ही तनुज को शक हो गया और उन्होंने फेसबुक आइडी का यूआरएल चेक किया। इससे पता चला कि आइडी फर्जी है। इसके बाद तनुज शहर कोतवाली पहुंचे और पूरा वाकया बताया। शहर कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि रुपये भेजने के लिए आरोपित ने जो मोबाइल नंबर दिया था, उसकी जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

एक्शन में आए डीजीपी, जांच के लिए छह टीम गठित

फर्जी फेसबुक आइडी बनाए जाने के बाद पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) साइबर अपराध के खिलाफ एक्शन मोड में आ गए हैं। मंगलवार को उन्होंने आनन-फानन आरोपित साइबर ठग की गिरफ्तारी के लिए पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) अपराध एवं कानून व्यवस्था की देखरेख में छह टीम गठित कर दीं।

बताया जा रहा है कि आरोपित शातिर साइबर अपराधी है। जिसके तार बिहार, झारखंड और राजस्थान से जुड़े होने की आशंका है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात कर जल्द प्रकरण का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। वहीं, डीजीपी की ओर से आरोपित साइबर ठग की तलाश की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद आइजी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र, पुलिस उप महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र और सभी जनपदों के प्रभारियों के साथ साइबर अपराध की समीक्षा की।

इसमें आइजी अपराध एवं कानून व्यवस्था ने जनपद प्रभारियों को निर्देश दिया कि साइबर अपराध से संबंधित मामलों का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए। इसके लिए अगर अन्य राज्यों में टीम भेजनी पड़े तो वह कार्रवाई भी की जाए। बैठक में पुलिस उप महानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अजय सिंह, पुलिस अधीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था श्वेता चौबे भी शामिल हुईं।

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