बलिया नाला के ट्रीटमेंट की दिशा में बढ़े कदम
नैनीताल जिले में बलिया नाला में भूमि कटाव रोकने के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक ट्रीटमेंट के लिए सरकार ने कदम बढ़ा दिए हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
नैनीताल जिले में बलिया नाला में भूमि कटाव रोकने के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक ट्रीटमेंट के लिए सरकार ने कदम बढ़ा दिए हैं। आइआइटी रुड़की को अल्पकालिक उपायों के साथ जियो फिजिकल स्टडी का जिम्मा सौंपा गया है। वहीं बलिया नाला में ओवरफ्लो होने वाले पानी का रूट डायवर्ट करने का कार्य सिंचाई विभाग ने प्रारंभ कर दिया है।
राज्य सरकार नैनी झील के कैचमेंट एरिया में स्थित बलिया नाला की समस्या के समाधान के अल्पकालिक और दीर्घकालिक समाधान की कोशिशों में जुटी है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में बलिया नाला के ट्रीटमेंट की कार्ययोजना पर विचार हुआ। यह तय किया गया कि समस्या के अल्पकालिक उपायों के लिए आइआइटी रुड़की ब्लू प्रिंट तैयार करेगी। बलिया नाला में भू कटाव रोकने को नेटिंग करने, जियो फिजिकल स्टडी समेत तमाम उपायों के संबंध में आइआइटी रुड़की की रिपोर्ट को हाईकोर्ट के आदेश पर गठित हाईपावर कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
बलिया नाला के ट्रीटमेंट के दीर्घकालिक उपायों पर जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जायका) स्टडी करा रहा है। इस सिलसिले में अभी डेटा कलेक्शन कार्य चल रहा है। करीब डेढ़ माह बाद इस योजना की डिजाइनिंग पर काम शुरू होगा। बैठक में बताया गया कि सिंचाई विभाग ने बलिया नाला में भू कटाव रोकने को पानी ओवरफ्लो को डायवर्ट करने का काम प्रारंभ कर दिया है। बैठक में आपदा प्रबंधन व वित्त सचिव अमित नेगी, सिंचाई विभाग समेत संबंधित महकमों के अधिकारी मौजूद थे।