कोरोना योद्धाओं से वेतन भुगतान को निगम सुपरवाइजर ने मांगी घूस, वीडियो वायरल
योद्धा बनकर शहर की सफाई में जुटे कर्मचारियों को दैनिक वेतन देने से पहले घूस मांगने का मामला सामने आया है।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच योद्धा बनकर शहर की सफाई में जुटे कर्मचारियों को दैनिक वेतन देने से पहले घूस मांगने का मामला सामने आया है। एक सुपरवाइजर ने कर्मचारियों से वेतन भुगतान से पहले घूस की मांग की। किसी कर्मी ने इसकी वीडियो भी बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को मामले की जांच सौंपी। जांच में आरोप सही मिलने पर आरोपी सुपरवाइजर को हटा दिया गया। स्पष्टीकरण भी तलब किया है।
नगर निगम में दैनिक रूप से रखे कर्मियों को करीब सवा तीन सौ रुपये दैनिक वेतन मिलता है। अक्सर निगम के सुपरवाइजर व इंस्पेक्टरों पर इन कर्मियों को वेतन भुगतान के नाम पर घूस मांगने के आरोप लगते हैं। इन कर्मियों की तनख्वा खाते में नहीं आती, लिहाजा सुपरवाइजर और इंस्पेक्टर इन्हें वेतन देने से पहले ही अपना हिस्सा काट लेते हैं।
ऐसा ही एक मामला बुधवार को सामने आया था। जाखन इलाके में नियुक्त कार्यवाहक सफाई सुपरवाइजर पर सफाई कर्मचारी से वेतन देने से पहले 500 रुपये घूस मांगने के आरोप लगे। घूस मांगने का वीडियो वायरल भी हो गया।
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इस पर गुरुवार को नगर आयुक्त द्वारा मुख्य नगर स्वास्थ अधिकारी डा. कैलाश जोशी को जांच दी गई। शुरुआती जांच में आरोपित सोनू पाल पर आरोप सही पाए गए। उसे तत्काल पद से हटा दिया है। नगर आयुक्त ने बताया कि आरोपित सुपरवाइजर को उसके मूल पद सफाई कर्मचारी पर वापस भेज दिया गया है।
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