Move to Jagran APP

coronavirus को लेकर जौनसार और पछवादून में सतर्क हैं लोग, मेडिकल चेकअप के बाद ही एंट्री

कालसी और चकराता ब्लॉक क्षेत्र में कई ग्राम प्रधानों ने बाहर से गांव लौट रहे लोगों को मेडिकल चेकअप के बाद ही प्रवेश देने को कहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2020 08:24 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 08:24 PM (IST)
coronavirus को लेकर जौनसार और पछवादून में सतर्क हैं लोग, मेडिकल चेकअप के बाद ही एंट्री
coronavirus को लेकर जौनसार और पछवादून में सतर्क हैं लोग, मेडिकल चेकअप के बाद ही एंट्री

चकराता(चंदराम राजगुरु), जेएनएन। जौनसार और पछवादून में कोरोना की दस्तक से सभी लोग सतर्क हो गए हैं। यहां पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आए दो केस सामने आने से लोग सतर्कता बरत रहे हैं। कालसी और चकराता ब्लॉक क्षेत्र में कई ग्राम प्रधानों ने बाहर से गांव लौट रहे लोगों को मेडिकल चेकअप के बाद ही प्रवेश देने को कहा है। यहां स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने संक्रमित दो व्यक्तियों के संपर्क में आए करीब 250 लोगों को क्वॉरंटाइन किया है।

loksabha election banner

देश-दुनिया में कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी से हाहाकार मचा है। इससे पर्वतीय राज्य उत्तराखंड भी अछूता नहीं रहा। उत्तराखंड में अब तक कोरोना पॉजिटिव सात केस सामने आए हैं, इनमें दो केस जौनसार और पछवादून के शामिल हैं। कुछ दिन पहले सेलाकुई क्षेत्र में दुबई से लौटे एक युवक की तबीयत बिगड़ने से मेडिकल जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जो पछवादून क्षेत्र में पहला केस सामने आया। इसके बाद चकराता के टूटू बटालियन में तैनात सूबेदार के राजस्थान से वापस ड्यूटी पर लौटने से तबीयत बिगड़ने से दूसरा कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया। 

जौनसार-बावर और पछवादून में कोरोना पॉजिटिव के दो केस सामने आने से ग्रामीण इलाकों में लोग चौकसी बरत रहे हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित इन दो लोगों के संपर्क में आए उनके स्वजनों और अन्य लोगों का पता लगाने के बाद स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग टीम के सहयोग से करीब 250 लोगों को आइसोलेशन वार्ड व होम क्वॉरेंटाइन किया है। गांव, बस्ती, गली, मोहल्ले में सभी लोग सतर्कता बरत रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में इस महामारी से बचने को ग्राम प्रधान व स्वास्थ्य विभाग की टीम सैनिटाइजर का छिड़काव कर रही है। 

इसके अलावा चकराता और कालसी ब्लॉक क्षेत्र के कई ग्राम प्रधानों ने लोगों को घर लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति का मेडिकल चेकअप अनिवार्य रूप से कराने को कहा है। मेडिकल जांच के बाद ही बाहर से आने वालों को गांव में प्रवेश मिल सकेगा। ग्रामीणों के सतर्कता बरतने से स्थानीय पुलिस-प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम भी क्षेत्र में आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर कड़ी नजर रखे हुए है। 

वहीं, जौनसार-बावर परगने की उप जिलाधिकारी डॉ. अपूर्वा सिंह ने कहा कि चकराता, त्यूणी व कालसी तीनों तहसील क्षेत्र में बाहर से आए लोगों की निगरानी की जा रही है। प्रभारी चिकित्साधिकारी चकराता डॉ. केशर सिंह चौहान ने कहा कि क्षेत्र में अलग-अलग जगह होम क्वॉरंटाइन किए गए लोगों की नियमित स्वास्थ्य जांच को टीम बनाई गई है। इसके अलावा आइसोलेशन वार्ड और कैंपस में क्वॉरेंटाइन के बारे में एमएच अधिकारियों से बराबर संपर्क किया जा रहा है।

सादगी से सेवानिवृत्त हो पहुंचे घर

सीमांत तहसील क्षेत्र के केराड़ निवासी आदर्श विद्यालय राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य देव सिंह शाह और जौनसार के जाड़ी निवासी ऊर्जा निगम के अवर अभियंता प्रताप सिंह चौहान मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गए। दोनों सेवाकर्मियों ने पूरी सादगी के साथ अपने कार्यालय पहुंचकर विभागीय औपचारिकताएं पूरी की। इस दौरान इन्होंने कोरोना महामारी की चुनौती से निपटने का संदेश भी दिया। 

रानीपोखरी पुलिस ने स्थापित की कम्युनिटी मेस

लॉकडाउन के बीच निराश्रित और कामगारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में रानीपोखरी के निकट शांति नगर में झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले 146 मजदूरों के आगे भी भोजन का संकट पैदा हो गया है। पिछले कुछ दिनों से इन परिवारों को भोजन उपलब्ध करा रही रानीपोखरी पुलिस ने अब यहां कम्युनिटी मेस शुरू कर दी है।

रानीपोखरी के शांति नगर में झुग्गी झोपड़ियों में अधिकांशतया बाहरी जनपदों व राज्यों के लोग दियाड़ी मजदूरी कर अपना परिवार पालते हैं। लॉक डाउन से इन मजदूरों के समक्ष भोजन की समस्या खड़ी हो गई है। मंगलवार को थाना रानीपोखरी पुलिस ने इन झुग्गियों में रहने वाले 146 लोगों के लिए यहां कम्यूनिटी मैस स्थापित की है। नगर निगम ने चंद्रेश्वर नगर क्षेत्र में जरूरतमंदों को खाना बांटा।

यह भी पढ़ें: Uttarakhand Lockdown: सीधे नहीं बंटेगी सामग्री, प्रशासन कराएगा भोजन के पैकेट का वितरण

शारीरिक दूरी का हो रहा पालन

लॉकडाउन के सातवें दिन भीड़ वाले इलाकों में शरीरिक दूरी देखने को मिल रही है। दुकानों में भी शरीरिक दूरी का ध्यान रखा जा रहा है। नगर निगम ने लोगों के खड़े होने वाली जगह में गोले बनाए गए हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में गेट नंबर तीन में सुरक्षाकर्मी तैनात है। गेट को बंद रखा गया है। अंदर प्रवेश करने वालों को पूरी जांच के बाद अंदर जाने दिया जा रहा है। स्टाफ के लिए अलग गेट की व्यवस्था की गई है।

यह भी पढ़ें: Uttarakhand Lockdown: जो जहां हैं, वहीं रहें; ठहरने व खाने का इंतजाम प्रशासन ने किया


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.