coronavirus के खौफ के बीच बना रहे मनोबल, इसलिए स्वयंसेवकों ने घरों में लगाईं कुटुंब शाखाएं
जनमानस का मनोबल बढ़ाने और सकारात्मक ऊर्जा के संचार के मकसद से आरएसएस के आह्वान पर रविवार को उत्तराखंड में भी संघ के स्वयंसवकों ने घरों पर कुटुंब शाखाएं लगाईं।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में जनमानस का मनोबल बढ़ाने और सकारात्मक ऊर्जा के संचार के मकसद से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के आह्वान पर रविवार को उत्तराखंड में भी संघ के स्वयंसवकों ने घरों पर कुटुंब शाखाएं लगाईं। शाम को ठीक साढ़े पांच बजे स्वयंसेवकों और उनके स्वजनों ने संघ की प्रार्थना 'नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे' के जरिए भारत माता की वंदना की। फिर संघ की शाखाओं की भांति खेल-कूद, व्यायाम और देशभक्तिगीत गायन के कार्यक्रम भी हुए।
संघ के केंद्रीय नेतृत्व ने मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर सामूहिक शक्ति जागरण के लिए अखिल भारतीय स्तर पर संघ की प्रार्थना के माध्यम से भारत माता की वंदना का आह्वान किया था। इसके लिए स्वयंसेवकों को घर पर ही परिवार के सदस्यों के साथ शाखा लगाने को कहा गया। संघ का मानना है कि एक समय में जब एक साथ लाखों स्वयंसेवक प्रार्थना का उच्चारण करेंगे तो एक नई सात्विक ऊर्जा का संचार होगा। इसके दृष्टिगत उत्तराखंड में भी तैयारियां की गई थीं। राज्य में संघ के स्वयंसेवकों की संख्या करीब 84 हजार है। संघ नेतृत्व की ओर से स्वयंसेवकों को सोशल मीडिया समेत अन्य माध्यमों से कुटुंब शाखा लगाने के निर्देश दिए जा रहे थे।
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रविवार को देहरादून समेत प्रदेश के सभी जिलों में संघ के स्वयंसेवकों ने अपने स्वजनों के साथ घरों में शाखा लगाई। कुछ स्वयंसेवकों ने घर के भीतर, आंगन व घरों की छत पर अपनी सुविधानुसार शाखाएं लगाईं। ध्वज प्रणाम के बाद सभी ने शाम साढ़े पांच बजे संघ की प्रार्थना की। इसके बाद परिवारजनों के बीच खेलकूद, व्यायाम के साथ ही देशभक्तिगीत के कार्यक्रम भी हुए। संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख संजय के अनुसार इस पहल के जरिए देश में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना था। साथ ही यह संदेश देना भी था कि मौजूदा परिस्थितियों में परिवार के सदस्यों के साथ घरों में संघ की शाखाएं लगाई जा सकती हैं।