Coronavirus: अस्पताल में भर्ती प्रशिक्षु आइएफएस की रिपोर्ट फिर आई पॉजिटिव
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती प्रशिक्षु आइएफएस की रिपोर्ट फिर पॉजीटिव आई है। यानी उसके शरीर में अभी भी वायरल लोड बना हुआ है।
देहरादून, जेएनएन। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती प्रशिक्षु आइएफएस की रिपोर्ट फिर पॉजीटिव आई है। यानी उसके शरीर में अभी भी वायरल लोड बना हुआ है। प्रशिक्षु आइएफएस उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित पहला मरीज था। वह पिछले पंद्रह दिन से अस्पताल में भर्ती है, जबकि उसके पांच दिन बाद भर्ती हुए दोनों प्रशिक्षु आइएफएस स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं। उनकी लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आई थी। चिकित्सकों का कहना है कि केस-1 की कुछ दिन पहले की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। पर रविवार को प्राप्त रिपोर्ट फिर पॉजीटिव आई है। हालांकि, उसकी हालत स्थिर है।
एम्स में कोरोना की जांच शुरू
एम्स ऋषिकेश में कोरोना आशंकित मरीजों के रक्त की जांच सोमवार से शुरू हो जाएगी। दो शिफ्ट में 16 घंटे वायरोलॉजी डिपार्टमेंट के चार चिकित्सकों की उपस्थिति में यह जांच होगी। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भी चार दिन पूर्व कोरोना आशंकित मरीजों के रक्त की जांच की अनुमति मिल गई थी।
एम्स के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि वायरोलॉजी विभाग के हेड डॉ. कलिका की देखरेख में विभाग के चार चिकित्सकों की टीम इस तरह के ब्लड सैंपल की जांच करेगी। यहां 16 घंटे यानी दो शिफ्ट में यह कार्य होगा। जिसके लिए दो टीम बना दी गई है। एक टीम में चार लोग शामिल हैं।
निदेशक एम्स ने बताया कि अभी हमारे पास जितनी किट है उतने से काम चलाया जाएगा। दस हजार किट का आर्डर दिया गया है। उत्तराखंड सहित आस-पास जनपदों के सिविल अस्पताल से आने वाले रक्त के नमूनों को लेकर जांच की जाएगी। एम्स के निदेशक ने बताया कि हमने सरकार से आग्रह किया है कि हमें पर्याप्त किट उपलब्ध करा दें तो हम उसी गति से काम को आगे बढ़ाएंगे।
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