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Coronavirus Effect: वाहनों की बिक्री में दर्ज की गई 49.20 प्रतिशत की गिरावट, पिछले और इस साल के आंकड़ों पर डालें नजर

Coronavirus Outbreak वाहन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में होने वाले वाहनों की कुल बिक्री में तकरीबन 50 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 04:50 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 04:50 PM (IST)
Coronavirus Effect: वाहनों की बिक्री में दर्ज की गई 49.20 प्रतिशत की गिरावट, पिछले और इस साल के आंकड़ों पर डालें नजर
वाहनों की बिक्री में दर्ज की गई 49.20 प्रतिशत की गिरावट।

देहरादून, राज्य ब्यूरो। कोरोना के कारण वाहन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में होने वाले वाहनों की कुल बिक्री में तकरीबन 50 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है। मंदी के दौर से गुजर रहे उद्योग की नजरें अब अक्टूबर से शुरू होने वाले त्यौहारी सीजन पर लगी हुई हैं। वे उम्मीद कर रहे हैं कि यह सीजन बाजार को पटरी पर लाने में कुछ मदद करेगा।

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उत्तराखंड में इस समय 29 लाख से अधिक वाहन विभिन्न जिलों में पंजीकृत हैं। प्रतिवर्ष इनकी संख्या में 1.75 लाख से लेकर दो लाख तक की वृद्धि होती है। यानी हर साल अमूमन दो लाख नए वाहन सड़कों पर उतरते हैं। वाहनों की संख्या बीते सात-आठ सालों में तेजी से बढ़ी है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2009 में प्रदेश में तकरीबन 10 लाख वाहन पंजीकृत थे। अब यह संख्या बढ़कर 29 लाख तक पहुंच चुकी है। यही कारण है कि बीते कुछ वर्षों में सभी नामी कंपनियों ने हर जिले में अपने शोरूम खोले हैं। 

तेजी से फल-फूल रहे इस व्यवसाय को कोरोना ने खासा झटका दिया है। परिवहन विभाग में वाहनों के पंजीकरण के आंकड़े इसकी तस्दीक भी कर रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2019 में अगस्त तक 99378 नए वाहनों का पंजीकरण हुआ था। वर्ष 2020 में यह आंकड़ा 50480 तक ही पहुंच पाया है। वाहनों के पंजीकरण में सबसे अधिक नुकसान ऋषिकेश में हुआ है। यहां पंजीकरण की दर में 67.44 प्रतिशत कमी देखी गई है। इसी तरह रुड़की में 59.23 और काशीपुर में 56.34 प्रतिशत की कमी आई है। इस लिहाज से पौड़ी की स्थति काफी अच्छी है। यहां वाहनों के पंजीकरण में मात्र 3.36 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं, पिथौरागढ़ में 21.35 और बागेश्वर में 23.57 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है। इससे परिवहन विभाग के राजस्व में भी खासा नुकसान हुआ है।

उप परिवहन आयुक्त एसके सिंह का कहना है कि कोरोना के कारण पहले बाजार बंद रहने और अभी बाजार में मंदी के कारण यह गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले त्यौहारी सीजन को देखते हुए बाजार में वाहनों की बिक्री में तेजी आ सकती है।

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वाहनों की बिक्री की स्थिति

कार्यालय     अगस्त 2019 तक    अगस्त 2020 तक

देहरादून       25608                  11603

हरिद्वार       10709                   5056

ऋषिकेश        5663                    1844

टिहरी             1048                    649

उत्तरकाशी       660                     314  

विकासनगर     3390                  1382

रुड़की            10419                 5077

पौड़ी               893                     863

कोटद्वार        1848                  1231

कर्णप्रयाग        1033                 579

रुद्रप्रयाग          826                  476

हल्द्वानी          8501                4985

ऊधमसिंह नगर   14467            8828

चंपावत              1164                 643

काशीपुर             7730                3375

रामनगर              1671                 768

अल्मोड़ा              1253                 861

पिथौरागढ़           1761                1385

बागेश्वर               734                   561

योग                  99378              50480

(कुल कमी प्रतिशत में  49.20) 

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