Coronavirus: दून अस्पताल में बनाई गई कोऑर्डिनेशन डेस्क, मरीजों की मदद करेगी ये डेस्क
कोरोना संदिग्ध दंपती से जुड़ी घटना के बाद दून अस्पताल प्रशासन ने कोऑर्डिनेशन डेस्क बना दी है। यह डेस्क न केवल मरीजों को गाइड करेगी बल्कि समन्वय बनाने में भी मदद करेगी।
देहरादून, जेएनएन। विकासनगर के कोरोना संदिग्ध दंपती से जुड़ी घटना के बाद दून अस्पताल प्रशासन ने कोऑर्डिनेशन डेस्क बना दी है। यह डेस्क न केवल मरीजों को गाइड करेगी बल्कि समन्वय बनाने में भी मदद करेगी। अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनएस खत्री ने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं।
मंगलवार को विकासनगर के कोरोना संदिग्ध दंपती को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जो कुछ देर बाद स्टाफ से छिपकर अस्पताल से चला गया था। दंपती को दोबारा अस्पताल तक लाने के लिए पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। इसके चलते ही अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में बिलिंग काउंटर के पास वाले कक्ष में कोऑर्डिनेशन डेस्क बनाई गई है। जहां कोरोना से संबंधित मरीजों के चेकअप, काउंसिलिंग, भर्ती, उपचार और अन्य जरूरी जानकारी दी जाएगी। यहां सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक एपीआरओ दिनेश कुमार और दोपहर दो बजे से शाम आठ बजे तक एपीआरओ संदीप राणा तैनात रहेंगे। जनसंपर्क अधिकारी महेंद्र सिंह भंडारी इस डेस्क की लगातार मॉनीटरिंग करते रहेंगे।
इसके अलावा अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित और संदिग्ध मरीजों को देखने के लिए उप चिकित्सा अधीक्षकों की ड्यूटी लगायी गई है। डिप्टी एमएस डॉ. मनोज शर्मा और डॉ. रविंद्र बिष्ट तीन-तीन दिन शाम छह से आठ बजे तक अस्पताल में कोरोना संक्रमित या संदिग्ध मरीजों का हाल लेने के लिए वार्डों का राउंड लेंगे। वहीं, रविवार को प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक राउंड करेंगे। राउंड के दौरान जनसंपर्क अधिकारी महेंद्र सिंह भंडारी भी चिकित्सकों के साथ रहेंगे।
दून अस्पताल में कोरोना संदिग्ध के लिए बनाया वार्ड फुल
स्वास्थ्य के मोर्चे पर जब भी कोई चुनौती आती है सारा दबाव दून अस्पताल पर ही दिखाई देता है। कहने को विकल्प कई हैं पर यह स्वास्थ्य इकाईयां न लोगों का भरोसा जीत पाई और इस तरह की किसी कसौटी पर खरी ही उतरी हैं। किसी भी आपात स्थिति में पहली दौड़ दून की ही होती है। कोरोना को लेकर भी यही हुआ। बुधवार को यहां कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिए बनाया गया वार्ड फुल हो गया। जिस पर मरीज कोरोनेशन अस्पताल भेजे गए।
दरअसल, दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में कोरोना के लिए दो वार्ड बनाए गए हैं। कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए आठ बेड का वार्ड बना है और संक्रमित मरीजों के लिए पंद्रह बेड का वार्ड। क्योंकि अभी तक ज्यादातर संदिग्ध दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में ही भेजे गए हैं यहां आठ के आठ बेड फुल हो गए। दूसरे वार्ड में संदिग्ध मरीजों को भर्ती नहीं किया जा सकता।
ऐसे में अब मरीज कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती किए जा रहे हैं। बताया गया कि कोरोनेशन व गांधी अस्पताल (जिला अस्पताल) में 24 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। पर यहां अभी तक कोई मरीज भर्ती नहीं था। दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनएस खत्री ने बताया कि संक्रमित मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड में चार और बेड बढ़ाने की गुंजाइश है। जिसका प्रबंध किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस विषय में आला अधिकारियों से भी बात हुई है। यह तय हुआ है कि संक्रमित मरीज कोरोनेशन में भेजे जाएंगे। यदि किसी में कोरोना की पुष्टि है तो उसे दून अस्पताल लाया जाएगा।