घर पर रहकर तोड़ना होगा कोरोना वायरस का साइकिल: रूप दुर्गापाल
टीवी अभिनेत्री रूप दुर्गापाल का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री एक नहीं दो बार लोगों से अपील कर चुके हैं कि लोग घरों पर ही रहें।
देहरादून, जेएनएन। टीवी अभिनेत्री रूप दुर्गापाल का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री एक नहीं, दो बार लोगों से अपील कर चुके हैं कि लोग घरों पर ही रहें। कम से कम इसके बाद तो लोगों को समझ में आना चाहिए। घर पर रहकर ही हम इस कोरोना वायरस के साइकिल को तोड़ सकते हैं। डॉक्टर भी बोल चुके हैं कि यदि हमें इस संक्रमण से बचना है तो हमें इसका साइकिल तोड़ना होगा।
कुछ समय के लिए लोगों से मिलना-जुलना बंद करें, हाथ न मिलाएं, यदि आप किसी से बात भी कर रहे हैं तो करीब एक मीटर की दूरी बनाए रखें। यदि आप बीमार हैं तो डॉक्टर को दिखाएं और चेहरे पर मास्क लगाएं। ज्यादा से ज्यादा हाथ धोएं और सेनिटाइजर का प्रयोग करें। घर पर रहकर अपने परिवार के साथ रहें, बच्चों के साथ रहें। जिसके लिए आपको समय नहीं मिलता, उन सपनों को साकार करें। खाना बनाएं और पूरे परिवार को खिलाएं।
बच्चों के साथ खेलें। मेरा मनाना है कि यदि आप घर से बाहर निकलेंगे तो यह संक्रमण फैलेगा। डॉक्टर, पुलिस और मीडिया के साथी जो दिन-रात काम कर रहे हैं, उनके लिए भी मुश्किल होगी। अस्पताल पर लोड बढ़ेगा। तो मेरी आप सभी लोगों से अपील है कि घर पर रहें, सुरक्षित रहें।
कोरोना आइसोलेशन वार्ड रज्जो देवी के लिए मंदिर से कम नहीं
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का कोरोना आइसोलेशन वार्ड रज्जो देवी के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। पिछले दस दिनों से रज्जो देवी उस आइसोलेशन वार्ड की सफाई करती हैं जहां चार कोरोना पॉजिटिव रोगी भर्ती हैं। रज्जो देवी कहती हैं कि मैं ही नहीं डॉक्टर साहब, नर्स बहनें, मेरे पुलिस के भाई भी तो अपना फर्ज बखूबी निभा रहे हैं। मेरे लिए यह कोरोना वार्ड नहीं, बल्कि मंदिर के समान है।
एमडीडीए के समीप की कॉलोनी में परिवार के साथ रह रही 48 वर्षीय रज्जो देवी उपनल के माध्यम से बतौर सफाई कर्मी दून अस्पताल में तैनात हैं। वह पिछले 10 वषों से यहां सेवा दे रहीं हैं। बुधवार को अपनी ड्यूटी के समय उन्होंने दैनिक जागरण से बातचीत की। कहा कि दून अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में वह नियमित साफ-सफाई करती हैं। इस दौरान वह अपनी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखती हैं।
उन्होंने बताया कि उपनल की ओर से एहतियात बरतने के निर्देश मिले हुए हैं। साथ ही हाथों के गलव्स, मास्क, सेनिटाइजर, विशेष ड्रेस जैसी स्वयं की सुरक्षा के बाद ही वार्ड में प्रवेश किया जाता है। इस वार्ड के अलावा क्वारंटाइन वार्ड की भी नियमित सफाई की जाती है। उन्होंने कहा कि सफाई करने के साथ-साथ रोज दुआ करती हूं कि इस गंभीर बीमारी से पीड़ित जल्द से जल्द स्वस्थ हों। रज्जो देवी के घर में पति गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं। जो घर पर ही रहते हैं। रज्जो देवी के ऊपर बीमार पति का इलाज व तीन बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेदारी भी है।
लॉकडाउन में लोग बरत रहे संयम
जिंदगी में यह पहली बार देख रहा हूं, जब लोग पहले जनता कर्फ्यू और अब लॉकडाउन का साथ-साथ दे रहे हैं वह भी शालीनता के साथ। इस समय कुछ अच्छी चीजें भी हो रही हैं। जैसे लॉकडाउन के चलते घर-घर में परिवार को एक साथ रहने, बातचीत करने और साथ खाने की यादों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। साथ ही लोगों में जागरूकता भी दिखाई दे रही है। जनता कफ्यरू के बाद लॉकडाउन में घर में परिवार के साथ बिताए ये पल यादगार रहेंगे। अपने घर पर यह देखा तो वह इन पलों को बयां किए बगैर नहीं रह सका। परिचितों को फोन मिलाया तो उनके यहां से भी कुछ ऐसा ही सुनने को मिला।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के सीएम बोले, लॉकडाउन का मतलब पूर्ण बंदी नहीं; कोई नहीं रहेगा भूखा
पहले किसी के पास खाने का समय नहीं था, लेकिन अब सब मिलकर सबकी पसंद का खाना खा रहे हैं। देश में जनता ने कई बार विपरीत परिस्थितियों का सामना किया, लेकिन उस दौरान ट्रेन, हवाई सेवा बंद नहीं करनी पड़ी। लेकिन आज ये सभी सेवाएं बंद हैं। ऐसे में जागरूक और सतर्क होने की जरूरत है।
भले ही मैं यह जिंदगी में पहली बार देख रहा हूं, लेकिन घर में परिवार संग रहकर यह सुकून मिल रहा है। युवाओं को भी यह दिन याद रहेगा कि लोगों ने किस तरह से सादगी का परिचय देते हुए सरकार के आह्वान का समर्थन किया।
यह भी पढ़ें: Coronavirus: सोशल दूरी बनाने को दुकानों के बाहर की गई पहल, लगाए गए निशान