विश्व प्रसिद्ध कार्बेट में ऑनलाइन बुकिंग में वीआइपी कल्चर समाप्त, पढ़िए पूरी खबर
कार्बेट पार्क में प्रवेश के लिए अब ऑनलाइन बुकिंग में कोटा व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। अब देश व विदेश से जो भी पर्यटक पहले आवेदन करेगा उसे ही बुकिंग दी जाएगी।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। विश्व प्रसिद्ध कार्बेट पार्क में प्रवेश के लिए अब ऑनलाइन बुकिंग में कोटा व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। अब देश व विदेश से जो भी पर्यटक पहले आवेदन करेगा, उसे ही बुकिंग दी जाएगी। पहले भारतीय नागरिकों, विदेशी नागरिकों और अधिकारियों के लिए बुकिंग का कोटा तय था। इसके साथ ही अब एक मोबाइल नंबर से एक ही बुकिंग स्वीकार की जाएगी। टूर एंड ट्रेवल्स एजेंटों के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। कोटद्वार के पाखरो गेट से टाईगर रिजर्व के लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरू करने का भी निर्णय लिया गया है।
गुरुवार को विधानसभा में वन एवं पर्यावरण तथा श्रम मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत की अध्यक्षता में पर्यटकों के ऑनलाइन प्रवेश के संबंध में बैठक हुई। बैठक में देश व विदेश के वन्यजीव प्रेमियों को समान रूप से प्रवेश दिए जाने की व्यवस्था शुरू करने का निर्णय लिया गया। बैठक में ऑनलाइन बुकिंग की प्रक्रिया पर टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसियों द्वारा एक ही नंबर से जगह-जगह कई बुकिंग करने के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब एक मोबाइल नंबर से ही एक बुकिंग स्वीकृत करने का निर्णय भी लिया गया। बैठक में तय किया गया कि वन्य जीवन को नजदीक से देखने के लिए कोटद्वार स्थित हल्दूपड़ाव में विद्यार्थियों एवं अन्य शोधार्थियों के लिए डोरमेट्री संचालित की जाएगी। वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि बुकिंग को ऑनलाइन करने से पर्यटक अविलंब सफारी का आनंद ले सकेंगे और इससे पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होगी।
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बैठक में कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नेशनल पार्कों में तैनात गाइड को कौशल विकास के माध्यम से उच्च कुशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। मकसद यह कि पर्यटकों को वन्य जीवों के संबंध में भी जागरूक किया जा सके। इससे मानव एवं वन्यजीव संघर्ष को जागरूकता के माध्यम से कम करने में मदद मिलेगी। बैठक में मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजीव भरतरी, निदेशक कार्बेट टाईगर रिजर्व राहुल तथा निदेशक एनआइसी के नारायण आदि अधिकारी उपस्थित थे।
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