Uttarakhand News: कांवड यात्रा को लेकर पुलिस मुख्यालय में हुई अंतरराजीय समन्वय बैठक, यातायात, सुरक्षा व हुड़दंग रोकने के लिए बनी सहमति
आगामी कांवड़ यात्रा के मद्देनजर आज पुलिस विभाग की पड़ोसी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण समन्वय बैठक पुलिस मुख्यालय में हुई। बैठक में दिल्ली हिमाचल हरियाणा राजस्थान और उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों ने शिरकत की।
जागरण संवाददाता, देहरादून: कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पुलिस मुख्यालय देहरादून में आयोजित अंतरराज्यीय समन्वय बैठक में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, रेलवे सुरक्षा बल और अभिसूचना ब्यूरो के अधिकारियों ने प्रत्यक्ष व आनलाइन प्रतिभाग किया।
इस दौरान यातायात, सुरक्षा के साथ ही हुड़दंग रोकने के लिए कई बिंदुओं पर सहमति बनी। 14 से 26 जुलाई तक चलने वाली कांवड़ यात्रा में कांवड़ियों का जहां संबंधित थानों में रिकार्ड जमा होगा, वहीं उन्हें परिचय पत्र साथ लाने को कहा जाएगा।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित थी। इस बार चार करोड़ के करीब कांवड़ियों के आने की संभावना है। बैठक का उद्देश्य उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान व अन्य एजेंसियों के पारस्परिक सहयोग से कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्वक संपन्न कराना है।
इस वर्ष पूरे कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टर में विभाजित किया गया है, जिसमें करीब नौ से 10 हजार पुलिसकर्मी पुलिस व्यवस्था में लगेंगे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन, सीसीटीवी का इस्तेमाल और इंटरनेट मीडिया मानिटरिंग को बढ़ाया जाएगा।
अपराधियों पर अंकुश लगाने पर की चर्चा व मांगा सहयोग
समन्वय बैठक के दौरान संगीन अपराधों पर अंकुश लगाने पर भी चर्चा की गई। वी मुरुगेशन अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था ने जघन्य अपराधों, अंतरराज्यीय अपराधी गैंग, इनामी बदमाशों, फरार अपराधियों, मानव तस्करी, साइबर क्राइम के संबंध में प्रस्तुति व सीमाओं पर अपराध नियंत्रण के लिए सूचनाओं का आदान प्रदान करने पर बल दिया।
वहीं ईश्वर सिंह अपर पुलिस महानिदेशक पंजाब ने नियमित सहयोग और समन्वय, अमरनाथ यात्रा के लिए सहयोग और आतंकी हमलों में हो रहे ड्रोन के इस्तेमाल के प्रति सतर्क रहने पर जोर दिया।
बैठक में यह अधिकारी रहे उपस्थित
समन्वय बैठक में अमिताभ यश, अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ यूपी, आलाेक मित्तल, अपर पुलिस महानिदेशक सीआइडी हरियाणा, ईश्वर सिंह अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था पंजाब, विवेक किशोर संयुक्त पुलिस आयुक्त नार्थन रेंज दिल्ली, एएन मिश्रा महानिरीक्षक आरपीएफ यूपी उत्तर रेलवे के अलावा उत्तराखंड से एपी अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं सुरक्षा, अजय रौतेला पुलिस उप महानिरीक्षक फायर, नीरू गर्ग पुलिस उप महानिरीक्षक फायर आदि मौजूद रहे।
बैठक में इन बिंदुओं पर लिया गया निर्णय
- हरिद्वार से दिल्ली व मेरठ वापस जाने के लिए कांवड़ियों के लिए हाईवे के बाएं ओर को उपयोग करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही इस दौरान लगने वाले शिविर एवं भंडारे हाईवे के बाएं ओर ही मुख्य मार्ग से 15 फीट दूर लगाए जाएंगे।
- कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों को अपना परिचय पत्र साथ रखने, सात फीट से ऊंची कांवड़ न बनाने, ट्रेन की छतों पर यात्रा न करने के लिए प्रचार प्रसार किया जाए। साथ ही शराब एवं मादक पदार्थों के सेवन न करने के संबंध में कांवड़ियों को जागरूक किया जाएगा।
- प्रयास किया जाएगा कि कांवड़िए जिस स्थान से आ रहे हैं वहां के संबंधित थाने में यात्रा के लिए जाने वाले कुल कांवड़ियों की संख्या, वाहन नंबर, मोबाइल नंबर व ग्रुप लीडर का नाम और मोबाइल नंबर की सूचना दें। ताकि उन पर नजर रखी जा सके।
- डीजे एवं शिविरों पर बजने वाले गानों की मानिटरिंग की जाए। कांवड़ियों से अपील की जाए कि कोई ऐसा गीत न बजाएं जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों।
- अंतरराज्यीय बैरियर, चेक पोस्ट, चिड़ियापुर बैरियर, नारसन चौक पोस्ट, लखनौता चौक पोस्ट, काली नदी बैरियर एवं गौवर्ध्न चौक पोस्ट पर संदिग्ध व्यक्तियों एवं वाहनों की सीमावर्ती प्रदेशों के साथ संयुक्त चैकिंग होगी।
- बेहतर समन्वय बनाने के लिए कांवड़ यात्रा में नियुक्त उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदश के नोडल अधिकारी हरिद्वार स्थित कंट्रोल रूम में बैठेंगे।
- पूरी कांवड़ यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैंप और एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया।