जनरल-ओबीसी कर्मचारी संघों का बनेगा संयोजक मंडल
पदोन्नति में आरक्षण प्रक्रिया को समाप्त करने की मांग को लेकर उत्तराखंड जनरल-ओबीसी इम्पलाइज एसोसिएशन आरपार की लड़ाई को तैयार हो गया है। रविवार को जिला पंचायत सभागार में हुई एसोसिएशन और उससे जुड़े अन्य संघों परिसंघों के पदाधिकारियों की बैठक में तय किया गया कि बड़े आंदोलन के लिए सभी को एक मंच पर आना होगा।
जागरण संवाददाता, देहरादून: पदोन्नति में आरक्षण प्रक्रिया को समाप्त करने की मांग को लेकर उत्तराखंड जनरल-ओबीसी इम्पलाइज एसोसिएशन आरपार की लड़ाई को तैयार हो गया है। रविवार को जिला पंचायत सभागार में हुई एसोसिएशन और उससे जुड़े अन्य संघों, परिसंघों के पदाधिकारियों की बैठक में तय किया गया कि बड़े आंदोलन के लिए सभी को एक मंच पर आना होगा। इसके लिए जल्द ही एक संयोजक मंडल भी बनाया जाएगा, जिसमें एसोसिएशन के साथ अन्य संघों व परिसंघों के पदाधिकारी शामिल होंगे।
एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि पदोन्नति में आरक्षण की प्रक्रिया से जनरल व ओबीसी कर्मचारियों के हित प्रभावित हो रहे हैं। बिना आरक्षण पदोन्नति प्रक्रिया शुरू करने को लेकर यदि अलग-अलग रहकर आंदोलन किया गया तो सरकार अनदेखी करती ही रहेगी। ऐसे में आवश्यक हो गया है कि जनरल व ओबीसी कर्मचारियों की अगुवाई करने वाले सभी संघ और परिसंघ एक मंच पर आएं और अपनी ताकत का अहसास कराएं। उन्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यक है कि सभी संघों और परिसंघों को मिलाकर एक संयोजक मंडल बनाया जाए। जिसकी अगुवाई में बड़े आंदोलन का खाका तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि संयोजक मंडल की अगुवाई में होने वाला आंदोलन पौड़ी में बीते 29 दिसंबर को हुए गढ़ क्रांति की तर्ज पर होगा। बैठक का संचालक एसोसिएशन के महासचिव वीरेंद्र सिंह गुसांई ने किया।
बैठक में राजकीय शिक्षक संघ के महामंत्री सोहन सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह झिंक्वाड़ व राष्ट्रीय महामंत्री सुभाष सिंह चौहान, पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के पंचम सिंह बिष्ट, मिनिस्ट्रीयल फेडरेशन के महामंत्री पूर्णानंद नौटियाल, सुनील दत्त कोठारी, विमल डबराल, सुनीता उनियाल, रीता कौल, हीरा सिंह लखेड़ा, वीके धस्माना, सोहन सिंह रावत, आशुतोष सेमवाल, रघुवीर सिंह बिष्ट, चमनलाल असवाल आदि उपस्थित थे।