रोडवेज कार्यशाला की जमीन विवाद पर कांग्रेस रोडवेज कार्मिकों के साथ
रोडवेज कार्यशाला की जमीन स्मार्ट सिटी को देने पर छिड़े विवाद में कांग्रेस ने कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन देने की बात कही है।
देहरादून, जेएनएन। रोडवेज कार्यशाला की जमीन स्मार्ट सिटी को देने पर छिड़े विवाद में कांग्रेस ने कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन देने की बात कही है। कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में पार्टी रोडवेज कर्मियों के साथ इस मसले पर सड़कों पर उतरने को तैयार खड़ी है।
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस भवन पहुंचकर प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना से मुलाकात की। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नाम संबोधित पत्र में परिषद के नेताओं ने बताया कि सरकार बिना प्रतिपूर्ति रोडवेज कार्यशाला की जमीन शहरी विकास विभाग को दे रही है।
परिषद ने कांग्रेसी नेताओं से मामले में उचित कदम उठाने की मांग की। जिस पर धस्माना ने सरकार पर कर्मचारियों के उत्पीड़न व उनसे धोखा करने के आरोप लगाए। धस्माना ने कहा कि प्रदेश में बड़ा अजीब शासन और अफसरशाही चल रही है कि जब कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर कोई बात करना चाहते हैं तो उन्हें ठगा जा रहा। कर्मचारियों की समस्या व मांगें सुनने के बजाए उन्हें इधर से इधर दौड़ाया जा रहा है। मांगों को लेकर सरकार से जवाब दिया जाता है कि स्वायत्त संस्था हो।
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खुद अपनी व्यवस्था करो, लेकिन जब परिवहन निगम की परिसंपत्तियों को बेचने या हस्तानांतरित करने का विषय होता है तो निगम प्रबंधन व कर्मचारी तो दूर, निगम बोर्ड तक से पूछना जरूरी नहीं समझा जाता। धस्माना ने कहा कि यदि सरकार परिवहन निगम को जीवित रखना चाहती है तो पहले नई कार्यशाला का निर्माण करे और पुरानी जमीन की एवज में आइएसबीटी का स्वामित्व परिवहन निगम को हस्तांतरित करे। साथ ही सौ करोड़ की क्षतिपूर्ति भी दे। इस दौरान रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष दिनेश गुसाईं और महामंत्री दिनेश पंत समेत राजेश नंदा, भोला जोशी, अनिल धीमान, प्रेम सिंह रावत आदि मौजूद रहे।
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