प्रभारी ने चेताया, पार्टी लाइन से बाहर न करें काम
सत्ता में वापसी की तैयारी में जुटी कांग्रेस प्रदेश में संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत बनाएगी। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने बुधवार पूरे दिन चली गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के विभिन्न जिलों के पदाधिकारियों की बैठकों में प्रदेश संगठन के साथ समन्वय कायम रखने के निर्देश दिए।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। 2022 में सत्ता में वापसी की तैयारी में जुटी कांग्रेस प्रदेश में संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत बनाएगी। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने बुधवार पूरे दिन चली गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के विभिन्न जिलों के पदाधिकारियों की बैठकों में प्रदेश संगठन के साथ समन्वय कायम रखने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी के लहजे में दो टूक कहा कि पार्टी की तय लाइन से बाहर कोई काम नहीं करेगा।
प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने तीन दिनी दौरे के दूसरे दिन बुधवार को राजीव भवन में सुबह साढ़े दस बजे से लेकर रात्रि नौ बजे तक गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के विभिन्न जिलों की इकाइयों, विधायकों, पूर्व विधायकों एवं ब्लॉक अध्यक्षों के साथ बैठकें कीं। इन बैठकों में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस महासचिव हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश, सह प्रभारी राजेश धर्माणी, पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, राष्ट्रीय सचिव व विधायक काजी निजामुद्दीन, राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा, विधायक हरीश धामी ने विचार रखे। इस मौके पर विधायक ममता राकेश, आदेश चौहान, प्रदेश सचिव दीपक बल्यूटिया, धीरेंद्र प्रताप व गिरीश पुनेड़ा समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी मौजूद रहे।
संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना और प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत ने किया। इस मौके पर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि मिशन 2022 में कामयाबी संगठन की मजबूती के बूते मिलेगी। इसके लिए प्रदेश से लेकर जिलों और ब्लॉकों में पार्टी इकाइयों को समन्वय और मजबूती के साथ काम करना होगा। ब्लॉक, नगर, जिला और महानगर अध्यक्षों को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ समन्वय कर आंदोलन व संगठनात्मक गतिविधियों को तेज करना होगा।
बुधवार को सबसे पहली बैठक पिथौरागढ़, बागेश्वर व डीडीहाट के पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें सांसद प्रदीप टम्टा भी शामिल हुए। दूसरी बैठक में चंपावत, नैनीताल व हल्द्वानी सांगठनिक जिले और तीसरी बैठक में अल्मोड़ा, रानीखेत, काशीपुर, हल्द्वानी, रुद्रपुर, उधमसिंह नगर के पदाधिकारी शामिल हुए। अंतिम बैठक में चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, देवप्रयाग, पौड़ी गढ़वाल व कोटद्वार के पदाधिकारी व कार्यकर्त्ताओं ने शिरकत की।
उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा उठाया था मुद्दा
कांग्रेस भवन में बुधवार को बैठकों में मनमुटाव और शिकवे-शिकायतों के बीच कार्यकर्त्ताओं का मनोबल बढ़ाने में पदाधिकारी भी ताकत झोंकते नजर आए। बैठक में उप नेता प्रतिपक्ष व रानीखेत विधायक करन माहरा का भी जिक्र आया। माहरा ने वर्ष 2018 में पहली बार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ एक वीडियो क्लिप के आधार पर जांच की मांग की थी। हाईकोर्ट के आदेश को मुद्दा बनाने के दौरान पार्टी नेताओं ने करन माहरा का भी जिक्र किया। हालांकि बैठक में माहरा तबीयत खराब होने की वजह से शिरकत नहीं कर पाए।
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दो शारीरिक दूरी के मानक का उल्लंघन
राजीव भवन में बैठकों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे का खौफ नदारद दिखा। बैठकों में नेताओं व कार्यकर्त्ताओं ने मास्क तो पहना, लेकिन सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानकों का पालन नहीं किया। बीते रोज बैठक में शामिल हुए केदारनाथ विधायक मनोज रावत की कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट बुधवार को पॉजिटिव आई। बीते रोज काफी संख्या में पार्टी नेता व कार्यकर्त्ता विधायक के इर्द-गिर्द खड़े रहे थे।
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