कर्मचारियों के मासिक वेतन में कटौती करना गलत : कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस ने अब कर्मचारियों के मासिक वेतन में एक दिन की कटौती का विरोध शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कटौती को अमानवीय करार दिया है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। विधायकों के वेतन-भत्तों में 30 फीसद कटौती को लेकर लंबे समय तक ना-नुकुर करने के बाद हामी भरने वाली प्रदेश कांग्रेस ने अब कर्मचारियों के मासिक वेतन में एक दिन की कटौती का विरोध शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कटौती को अमानवीय करार दिया है। साथ में सरकार के फैसले का विरोध कर रहे कर्मचारी संगठनों के साथ खड़े होने की घोषणा की है।
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सरकार से मांग की कि कर्मचारियों के वेतन भत्तों में प्रतिमाह एक दिन का वेतन काटने के आदेश को तत्काल वापस लिया जाए। यह फैसला लेते हुए सरकार ने सफाई कर्मचारियों तक को नहीं बख्शा। महज दो माह की आपात परिस्थितियों में सरकार ने यह फैसला ले लिया। कांग्रेस किसी भी कर्मचारी की सेवाएं समाप्त नहीं करने के पक्ष में है। मुख्यमंत्री प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने की योजना बना रहे हैं, दूसरी ओर प्रदेश के कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध नहीं हैं।
यह भी पढ़ें: ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को बनाया जाएगा ई-विधानसभा : मुख्यमंत्री
कोरोना से मौतों पर पर्दा डाल रही सरकार: प्रीतम
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर आरोप लगाया कि कोरोना से हुई मौतों पर पर्दा डाला जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात के दौरान प्रीतम सिंह ने प्रदशभर में कोरोना महामारी के हालात की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना से होने वाली मौतों का सही आंकड़ा नहीं बताना चाहते। उन्होंने दावा किया कि कोरोना से राज्य में 10 मौतों को सरकारी आंकड़ों में स्वीकार किया जा रहा है। उन्होंने कोरोना से मरने वाले व्यक्ति के परिवार को दस लाख रुपये देने की मांग की।
यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री बताएं क्या चारों धामों में भी कोरोना भेजना चाहते हैं : सूर्यकांत धस्माना