कांग्रेस के पर्यवेक्षक मुद्दों की पोटली भी करेंगे तैयार
कांग्रेस प्रदेश में लोकसभा चुनाव प्रचार में भाजपा के मुकाबले कहीं भी कमजोर दिखना नहीं चाहती।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
कांग्रेस प्रदेश में लोकसभा चुनाव प्रचार में भाजपा के मुकाबले कहीं भी कमजोर दिखना नहीं चाहती। प्रचार अभियान को धार देने के लिए पहले जिला और फिर विधानसभा स्तर पर पर्यवेक्षकों की तैनाती की जाएगी। भाजपा सरकार पर प्रहार के लिए स्थानीय स्तर पर भी मुद्दों की पोटली तैयार की जा रही है। पर्यवेक्षकों को मुद्दे बटोरने का जिम्मा भी दिया जाएगा।
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रचार का रुख आक्रामक रखने जा रही है। इसका जिम्मा भी पर्यवेक्षकों को सौंपा जाएगा। दरअसल, पर्यवेक्षकों से पहले लोकसभा सीटवार संभावित प्रत्याशियों के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। पार्टी के सांगठनिक जिलों से दावेदारों का पैनल प्रदेश मुख्यालय को भेजा जा चुका है। इस पैनल पर प्रदेश चुनाव समिति मंथन कर चुकी है। समिति के फैसले के मुताबिक अब जिला स्तर पर तैनात किए जाने वाले पर्यवेक्षकों से संभावित प्रत्याशियों के संबंध में आम कार्यकर्ताओं और जनता का फीडबैक लिया जाएगा। इस फीडबैक के बाद स्टेट स्क्रीनिंग कमेटी सभी पांचों संसदीय सीटों पर तीन-तीन प्रत्याशियों का पैनल तैयार करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि जिलेवार पर्यवेक्षकों की नियुक्ति एक-दो दिन के भीतर होगी। इसके बाद विधानसभावार पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। राज्य में 70 विधानसभा क्षेत्र हैं। इतने ही पर्यवेक्षकों की तैनाती की जाएगी। ये पर्यवेक्षक चुनाव अभियान को तेज करने के लिए जनता से जुड़े मुद्दों के बारे में भी जानकारी देंगे। इन मुद्दों को पार्टी के चुनाव प्रचार एजेंडे में शामिल कर भाजपा पर हमला बोला जाएगा। उधर, चुनाव प्रचार मुहिम के पहले चरण में 70 विधानसभा क्षेत्रों में 10-10 होर्डिग भी लगाए जाएंगे।