देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद कांग्रेस ने भी चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। पार्टी जिला पंचायतों के प्रमुख पदों के लिए ही अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। इससे पहले सांगठनिक जिलों में तैनात पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। सभी जिलों से यह रिपोर्ट 16 सितंबर तक मिल जाएगी। पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस अपना मनोबल ऊंचा रखे हुए है। इसकी वजह ये भी है कि नगर निकाय चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अपेक्षाकृत अच्छा रहा है। निकायों में प्रदर्शन के बूते ये मानकर चल रही है कि लोकसभा चुनाव का असर पंचायत चुनाव पर नहीं पड़ने वाला है।
पार्टी त्रिस्तरीय पंचायतों में भाजपा को मजबूत टक्कर देने की रणनीति पर काम कर रही है। बावजूद इसके पार्टी की दिक्कत इस बात से बढ़ी हुई है कि पंचायत चुनाव के लिए खम ठोकने के लिए तैयार बैठे दावेदारों की संख्या अच्छी-खासी है। इन दावेदारों ने पार्टी क्षत्रपों के चक्कर काटने शुरू कर दिए हैं। फिलहाल पार्टी ग्राम पंचायतों और क्षेत्र पंचायतों में अपने उम्मीदवार घोषित करने नहीं जा रही है। सिर्फ जिला पंचायतों में अध्यक्ष पदों पर मजबूत प्रत्याशियों पर दांव खेला जा सकता है। इसके लिए जिलों में तैनात प्रभारियों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि अधिकतर जिलों से रिपोर्ट प्रदेश मुख्यालय को मिल चुकी है।
16 सितंबर तक सभी जिलों से रिपोर्ट मिलने के बाद प्रत्याशियों के बारे में निर्णय लिया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि पंचायत चुनाव को पार्टी पूरी ताकत से लड़ेगी। जिला प्रभारियों को इसी आधार पर रणनीति तैयार करने को कहा गया है। कांग्रेस की नजरें प्रतिद्वंद्वी भाजपा के संभावित प्रत्याशियों पर भी गड़ी हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि पंचायत चुनाव के लिए जिला प्रभारियों की रिपोर्ट मिलने का इंतजार किया जा रहा है। जिलों के स्तर पर ये रिपोर्ट पूर्व मंत्री, विधायक, पंचायत प्रतिनिधि, सांगठनिक जिला इकाइयों के पदाधिकारियों के फीडबैक के आधार पर तैयार की जा रही है।