बस अड्डे से निकलते ही खराब हो जाती हैं बसें, यात्रियों को झेलनी पड़ती है मुसीबत
रुड़की डिपो की अधिकांश बसें बस अड्डे से निकलते ही खराब हो जाती हैं जिससे यात्रियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
रुड़की, जेएनएन। रुड़की डिपो की अधिकांश बसें बस अड्डे से निकलते ही खराब हो जाती हैं। आए दिन कोई न कोई बस रुड़की-दिल्ली, रुड़की-देहरादून या फिर रुड़की-हरिद्वार के बीच खड़ी रहती है। जिसका खामियाजा यात्रियों के साथ-साथ चालक-परिचालक और निगम को भुगतना पड़ रहा है। 11 बसें निर्धारित आठ लाख किमी को पूरा कर चुकी हैं, लेकिन बसों को अभी भी दिल्ली, चंडीगढ़ जैसे रूट पर दौड़ाया जा रहा है।
रुड़की डिपो की हालत किसी से छिपी नहीं है। बस अड्डे की बिल्डिंग तो जर्जर है ही। साथ ही बरसात के दिनों में बिल्डिंग में काम करने वाले कर्मचारी अक्सर हेलमेट लगाकर काम करते हैं, जिससे अगर कभी कहीं प्लास्टर का टुकड़ा नीचे गिर जाए, तो वो चोटिल न हों। बावजूद इसके बसों की हालत भी इतनी अच्छी नहीं है। आए दिन रुड़की डिपो की कोई ना कोई बस बीच रास्ते में खराब हो जा रही है। 30 बसों में से 11 बस ऐसी हैं, जोकि की निर्धारित आठ लाख किमी की दूरी तय कर चुकी है। इसमें से कई तो 11 लाख, दस लाख एवं नौ लाख किमी से ऊपर चल चुकी हैं। मरम्मत के नाम पर इन बसों का आधा सामान तक नहीं मिल पा रहा है। चार बसें तो ऐसी हैं, जिनको धक्का लगाकर चालू किया जा रहा है।
दो बसें हुई खराब, बिहारीगढ़ में यात्रियों ने काटा हंगामा
मंगलवार को रुड़की डिपो की दो बसें खराब हो गई। इसकी वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह के समय रुड़की से देहरादून जा रही बस बिहारीगढ़ के पास खराब हो गई। बस के सवार यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। बाद में इस बस की सवारियों को दूसरी बसों से देहरादून के लिए भेजा गया। वहीं दिल्ली से रुड़की आ रही बस भी मेरठ के दौराला के पास खराब हो गई। बस में बीस सवारियां थीं। चालक-परिचालक ने सवारियों को दूसरी बस में बैठाया। इसके बाद बस को बेहद धीमी गति से रुड़की डिपो में लाकर खड़ा कर दिया।
अधिकांश बसों के वाइपर खराब
रुड़की डिपो की अधिकांश बसों के वाइपर खराब है। जिसकी वजह से चालकों को काफी परेशानी हो रही है। रुड़की से देहरादून जाने वाली एक बस का वाइपर एक माह से खराब पड़ा है। बस पर जाने वाले परिचालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि देहरादून में अक्सर बारिश होती रहती है। ऐसे में बारिश में बस को चलाने में काफी परेशानी होती है। कई बार तो ज्यादा बारिश होने पर बस को साइड में रोकना पड़ता है।
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मंडलीय प्रबंधक तकनीकी अनूप रावत का कहना है कि रुड़की डिपो में कुछ समय से सामान ना होने की बात सामने आ रही थी। अब सामान उपलब्ध करा दिया है। बसों का मेंटिनेंस सही से करने के निर्देश दिए गए हैं। एक सप्ताह में इसमें सुधार नजर आएगा।
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