सड़क निर्माण की निगरानी को बनी तीन गांवों की समिति
चकराता प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बन रहे डेरसा-प्यूनल-चौंरालाणी मोटर मार्ग की निगरानी को तीन गांवों की समिति गठित की गई है।
संवाद सूत्र, चकराता: प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बन रहे डेरसा-प्यूनल-चौंरालाणी मोटर मार्ग निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए ग्रामीणों ने विभाग को हर संभव सहयोग करने की बात कही है। दशकों से परेशानी झेल रहे लोगों ने सड़क निर्माण की देखरेख को ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में निगरानी समिति बनाई है। लोगों ने कहा कि कुछ शरारती तत्व विकास कार्य में रोड़ा अटकाने के लिए अनावश्यक विवाद पैदा कर रहे हैं, जबकि गांव के सभी लोग सड़क निर्माण का समर्थन कर रहे।
सीमांत त्यूणी तहसील क्षेत्र अंतर्गत देवघार खत के सुदूरवर्ती डेरसा, प्यूनल, चौंरालाणी तीन गांवों के सैकड़ों लोगों को मोटर मार्ग से जोड़ने के लिए सरकार ने कुछ समय पहले पीएमजीएसवाई के तहत 25 किमी लंबे त्यूणी से डेरसा-प्यूनल मार्ग निर्माण कार्य को मंजूरी प्रदान की थी। करीब 29 करोड़ की लागत से बन रहे इस निर्माण कार्य का जिम्मा कार्यदाई संस्था पीएमजीएसवाई निर्माण खंड कालसी को सौंपा गया है। विभाग ने इ-टेंडरिग के बाद निर्माण कार्य शुरू कराया तो ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई। उनके सपनों को उस समय पंख लग गए जब त्यूणी से मोटर मार्ग का कटिग कार्य शुरू हुआ। लंबे समय से परेशानी झेल रहे ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की देखरेख को ग्राम प्रधान रामलाल की अध्यक्षता में तीन गांवों की निगरानी समिति बनाई है। जो सड़क निर्माण की गुणवत्ता व विकास कार्य में विभाग को पूरा सहयोग प्रदान करेगी। देवघार खत के ब्यूलोग में हुई ग्रामीणों की बैठक में सभी लोगों ने विभागीय अधिकारियों से सड़क निर्माण कार्य में तेजी लाने की मांग की। ग्राम प्रधान रामलाल रांक्टा, छात्रसंघ नेता प्रमेश रावत, सोहन सिंह, भागमल आदि ने कहा कि कुछ शरारती तत्व विकास कार्य में रोड़ा अटकाने के लिए सड़क निर्माण कार्य को लेकर फर्जी व झूठी शिकायतें कर अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि अरसे बाद उनके गांव में सड़क निर्माण से विकास की राह खुली है। सड़क कार्य को लेकर लोगों में उत्साह व खुशी है। इस दौरान भूप सिंह, रोशन लाल, जोगराम, सूरत सिंह, प्रेम सिंह, विनोद, राहुल, हीरा सिंह, हरि सिंह, सुरेश, अमित, बबलू आदि मौजूद रहे।