सवारियों की कमी से नहीं घूम रहा यात्री बसों का पहिया
विकासनगर कोविड कर्फ्यू के लिए जारी हुई गाइडलाइन में यात्री बसों को चलाने की अनुमति तो दी है लेकिन इसकी शुरुआत नहीं हो सकी है।
संवाद सहयोगी, विकासनगर: कोविड कर्फ्यू के लिए जारी हुई गाइडलाइन में यात्री बसों को चलाने की अनुमति मिल जाने के बाद भी बस संचालकों की परेशानी कम नहीं हुई है। देहरादून से विकासनगर रूट पर यात्रियों की भारी कमी के चलते बसों का विधिवत संचालन नहीं हो पा रहा है। बस यूनियन का कहना है कि अभी स्थिति सुधरने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग सकता है। वहीं दूसरे राज्यों से आगमन पर आरटीपीसीआर रिपोर्ट की अनिवार्यता के चलते विकासनगर से सहारनपुर के लिए बसों का संचालन शुरू नहीं हो पाया है, जबकि सहारनपुर से बादशाहीबाग तक ही बसें आ रही हैं।
पछवादून व जौनसार बावर की लाइफ लाइन मानी जाने वाली विकासनगर देहरादून प्राइवेट बस सेवा का संचालन हो रहा है। लेकिन अभी तक बसों की संख्या पर्याप्त नहीं है। कम सवारियों के चलते कई बस मालिक नहीं चला रहे हैं। कोविड कर्फ्यू की घोषणा के साथ बंद हुए बसों के संचालन को शुरू कराने के लिए नई गाइडलाइन में सभी प्रकार के प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। सीट के हिसाब से पूरी संख्या में यात्रियों को लेकर बसों का संचालन कराने की व्यवस्था शासन ने की है, बावजूद इसके गिनती की बसें ही सड़क पर दिखाई दे रही हैं। बस यूनियन के अध्यक्ष रामकुमार सैनी का कहना है कि उत्तराखंड स्टेट कैरीज वेलफेयर एसोसिएशन में लगभग साढे़ चार सौ बसें पंजीकृत हैं। जिनका संचालन विभिन्न मार्ग पर नियमित रूप से होता है, लेकिन अभी काफी कम संख्या में बसें संचालित की जा रही हैं। उनका कहना है कि कोविड गाइडलाइन जारी होने के बावजूद भी यात्री कम संख्या में ही बसों में यात्रा कर रहे हैं। जिससे बसों के खर्च निकालना मुश्किल हो रहा है। उनका कहना है कि इस माह के अंत तक हालात सामान्य होने की उम्मीद है। इसके अलावा विकासनगर से सहारनपुर के लिए प्राइवेट बसें नहीं जा रही है, जबकि सहारनपुर से बस यूनियन उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के बादशाहीबाग तक बसें भेज रही है।