भारत-चीन सीमा पर स्थित इस गांव में सीएम त्रिवेंद्र रावत फहराएंगे तिरंगा
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आजादी का जश्न भारत चीन सीमा पर बाड़ाहोती के समीप गमसाली के निवासियों के साथ मनाएंगे।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पदचिह्नों पर चल रहे हैं। जिस तरह प्रधानमंत्री विभिन्न मौकों पर सीमा पर सैनिकों व लोगों के बीच जाते हैं, ठीक वैसी ही पहल मुख्यमंत्री रावत ने की है। इस कड़ी में स्वतंत्रता दिवस पर वह भारत-चीन सीमा पर बाड़ाहोती के नजदीक गमसाली गांव में न सिर्फ ध्वजारोहण करेंगे, बल्कि वहां मेले में भी शिरकत करेंगे। इसके जरिये वह यह संदेश देने का भी प्रयास करेंगे कि सीमांत क्षेत्रों की दिक्कतों के समाधान और वहां के विकास के प्रति सरकार पूरी तरह से गंभीर है।
मोदी व शाह की पसंद हैं त्रिवेंद्र
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की पसंद माना जाता है। यह इससे भी साबित होता है कि विस चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद जब मुख्यमंत्री की दौड़ में अन्य दिग्गज भी थे, तो तब त्रिवेंद्र को तवज्जो दी गई। यही नहीं, प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी आठ बार उत्तराखंड का दौरा कर चुके हैं। इनमें से पांच दौरे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के अब तक के सवा साल के कार्यकाल के दौरान हुए। यही नहीं, बीती 21 जून को प्रधानमंत्री ने योग दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए देहरादून को ही चुना था। यहीं से प्रधानमंत्री ने देश-दुनिया को योग का संदेश दिया।
गमसाली और आजादी का जश्न
उत्तराखंड के चमोली जिले में चीन सीमा से लगा है बाड़ाहोती क्षेत्र। सामरिक लिहाज से बेहद संवेदनशील यह क्षेत्र चीनी सैनिकों की घुसपैठ को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहता है। इसी सीमांत बाड़ाहोती क्षेत्र के नजदीक है चमोली का सुदूरवर्ती गांव गमसाली। इसकी दुर्गमता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि देश के आजाद होने की जानकारी यहां के निवासियों को पांच दिन बाद, 20 अगस्त 1947 को मिल पाई थी। तब से गमसाली के साथ ही आसपास के गांवों के बाशिंदे गमसाली में स्वतंत्रता दिवस को लोक उत्सव के रूप में मनाते आ रहे हैं। इस बार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी वहां के निवासियों के साथ आजादी के जश्न में शामिल होंगे।
ऐसे बना मुख्यमंत्री का कार्यक्रम
दरअसल, बीती एक अगस्त को चमोली जिले की बदरीनाथ सीट से विधायक महेंद्र भट्ट ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। इस दौरान विधायक भट्ट ने गमसाली के स्वतंत्रता दिवस मेले की तरफ उनका ध्यान दिलाते हुए इस मर्तबा वहां होने वाले मेले में भाग लेने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री रावत ने इस आग्रह को तत्काल स्वीकार भी कर लिया। बताया गया कि देहरादून में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री गमसाली जाएंगे। उनके कार्यक्रम के मद्देनजर चमोली जिला प्रशासन ने तैयारियां भी पूरी कर ली हैं।
मुख्यमंत्री दे सकते हैं कुछ सौगात
गमसाली में स्वतंत्रता दिवस मेले में भाग लेने के दौरान मुख्यमंत्री इस मेले को विशेष मेले का दर्जा देने के साथ ही इस सीमांत क्षेत्र के विकास को कुछ घोषणा कर सकते हैं। इसके जरिये वह यह संदेश देने का भी प्रयास करेंगे कि सीमांत क्षेत्रों के विकास के प्रति प्रदेश सरकार पूरी मुस्तैदी से जुटी है और अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं आने देगी।
वहीं सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि चमोली के सीमांत गमसाली में स्थानीय ग्रामीण स्वतंत्रता दिवस को लोकोत्सव के रूप में मनाते हैं। पिछले दिनों विधायक महेंद्र भट्ट ने इस मेले में भाग लेने का आग्रह किया था, जिसे मैंंने स्वीकार कर लिया। देहरादून के कार्यक्रम के बाद गमसाली जाऊंगा। गमसाली के स्वतंत्रता दिवस उत्सव को विशेष मेले का दर्जा देने की दिशा में पहल की जा सकती है
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