दून में बनेगा भव्य और अत्याधुनिक शौर्य स्थल, सीतोंस्यू में मंदिर निर्माण को बनेगा ट्रस्ट
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में भव्य शौर्य स्थल बनाए जाने की बात कही है। वहीं सीतोंस्यू में सीता मंदिर निर्माण के लिए एक राज्य स्तरीय ट्रस्ट बनाया जाएगा।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में भव्य शौर्य स्थल बनाए जाने की बात कही है। उनका कहना है कि ये शौर्य स्थल अत्याधुनिक होगा, जिसमें वीर जवानों की वीरता की झलक देखने को मिलेगी। वहीं, सीएम ने सीतोंस्यू में सीता मंदिर निर्माण को लेकर कहा कि मंदिर निर्माण के लिए एक राज्य स्तरीय ट्रस्ट बनाया जायेगा, जिसके अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री होंगे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को सचिवालय में शौर्य स्थल की स्थापना के संबंध में बैठक ली। उन्होंने कहा कि देहरादून में भव्य और आधुनिक शौर्य स्थल बनाया जाएगा। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शौर्य स्थल के स्थान चयन के लिए राजस्व, सैनिक कल्याण, वन विभाग और सबंधित विभाग संयुक्त निरीक्षण करें और एक हफ्ते के अंदर भ्रमण कर रिपोर्ट सौंपे। सीएम का कहना है यहां वाहनों की पार्किंग के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में महापौर सुनील उनियाल गामा, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव सुशील कुमार, अपर सचिव विनोद कुमार सुमन, नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर केवी चंद (सेनि) और संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
सीता मंदिर निर्माण को बनेगा ट्रस्ट
वहीं, सीएम ने पौड़ी गढ़वाल के सीतोंस्यू में सीता माता मंदिर बनाए जाने को लेकर बैठक की। इस दौरान सीएम ने कहा, मंदिर निर्माण के लिए एक राज्य स्तरीय ट्रस्ट बनाया जाएगा, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे। सीएम ने कहा कि यह मंदिर धार्मिक संस्थाओं और जन सहयोग से बनाया जाएगा। इस मंदिर के लिए सीता माता से जुड़े सभी स्थानों की शिला, मिट्टी और जल लाया जाएगा। साथ ही उत्तराखंड के सभी 13 जनपदों से कुछ लोगों की कमेटी बनाकर उत्तराखंड के मंदिरों की शिला और मिट्टी सीता माता मंदिर के लिए लाई जाएगी।
यह भी पढ़ें: विकास योजनाओं की धनराशि पर बजट पर महकमों ने मारी कुंडली, चेतावनी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीता माता मंदिर के समीप जटायु का मंदिर भी बनाया जाएगा। यह मंदिर ऐसे स्थान पर बनाया जाएगा, जहां से सीता माता मंदिर के दर्शन हों सके। सीतोंस्यू में जिस स्थान पर सीता माता ने समाधि ली थी, उस स्थान के प्राचीन स्वरूप को वैसे ही रखा जायेगा। यहां देवप्रयाग से सीतासैंण तक श्रद्धालुओं के लिए आवागमन की उचित व्यवस्थाएं की जाएंगी।
यह भी पढ़ें: अब 100 खंभों ने रोकी तीन सड़कों की राह, अधिकारी बजट का राग अलाप रहे
बैठक में महापौर सुनील उनियाल गामा, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, सचिव सुशील कुमार, जिलाधिकारी पौड़ी धीराज गर्ब्याल आदि उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें: संडे मार्केट में महापौर ने मारा छापा, 25 किलोग्राम पॉलीथिन पकड़ी Dehradun News