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सीएम ने की महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा, स्थायी कार्य 2020 तक पूरा करने के निर्देश

वर्ष 2021 में हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों को युद्धस्तर पर अंजाम देने को सरकार ने कमर कस ली है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Thu, 13 Jun 2019 08:15 PM (IST)Updated: Thu, 13 Jun 2019 09:04 PM (IST)
सीएम ने की महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा, स्थायी कार्य 2020 तक पूरा करने के निर्देश
सीएम ने की महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा, स्थायी कार्य 2020 तक पूरा करने के निर्देश

देहरादून, राज्य ब्यूरो। वर्ष 2021 में हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों को युद्धस्तर पर अंजाम देने को सरकार ने कमर कस ली है। कुंभ क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा, पेयजल, टॉयलेट, सफाई की सुविधाओं और ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने समस्त कार्यों की नियमित निगरानी को उच्चस्तरीय कमेटी बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अक्टूबर, 2020 तक स्थायी प्रकृति के सभी कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। 

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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को सचिवालय में नगर विकास मंत्री मदन कौशिक के साथ हरिद्वार में महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कुंभ के कार्यों में तेजी लाने के लिए जल्द ही स्थायी मेला अधिकारी व मेला पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। राज्य सरकार कुंभ में होने वाले स्थायी प्रकृति के कार्यों को जल्द स्वीकृति देगी, ताकि उन्हें समय पर पूरा किया जा सके। कार्यों की गुणवत्ता और पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। महाकुंभ को सुविधाजनक बनाने और भीड़ प्रबंधन में सहयोग को आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश उन्होंने दिए। बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं पर विशेष जोर दिया जाएगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के लिए लोगो के साथ ही स्लोगन के बारे में जनता से सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे। इसके लिए पुरस्कार राशि का प्रावधान किया जाएगा। कुंभ के दौरान हरिद्वार में भीड़ प्रबंधन के लिए जिलाधिकारी, पुलिस के अधिकारी और रेलवे के अधिकारी आपस में समन्वय कर सुनियोजित कार्ययोजना तैयार करेंगे। बैरागी कैंप व अन्य पार्किंग स्थलों पर अतिक्रमण न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। मेला क्षेत्र में स्नान घाटों का विस्तार करने और अखाड़ों की सुविधा का पूरा ध्यान रखने पर उन्होंने जोर दिया। 

शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि जटवाड़ा पुल से हरकी पैड़ी तक घाटों का विस्तार करना जरूरी है। मेले के दौरान हिल बाईपास खोलने के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि मेडिकल कैंप के लिए पहले से ही स्थान चयनित किए जाने चाहिए। पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने बताया कि कुंभ मेले में 20 हजार से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी। आग व भगदड़ की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाएगी। स्नान के लिए आने व जाने के मार्गों की पूरी प्लानिंग की जाएगी। 

हरिद्वार जिलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि कुंभ के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए हरिद्वार में रेलवे ट्रेक 27 किमी तक डबल ट्रेक होना है। इसमें 17 किमी का कार्य पूरा हो चुका है। एनएच कार्य जल्द पूरा होने पर कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए काफी सुविधा हो जाएगी। उन्होंने कुंभ के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण भी दिया। बैठक में अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, प्रमुख सचिव आनंद बर्धन, सचिव डॉ भूपिंदर कौर औलख, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, गढ़वाल मंडलायुक्त बीवीआरसी पुरुषोत्तम, आइजी संजय गुंज्याल समेत कई अधिकारी मौजूद थे। यह भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बोले, गंगा स्वच्छता को जनांदोलन की जरूरत

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