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Uttarakhand Lockdown Update: आवश्यक वस्तुओं की दुकानों का खुलने का समय बढ़ा

प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की दुकानों का खुलने का समय तीन घटे और बढ़ा दिया है। दुकानें सुबह सात बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक खुलेंगी।

By Edited By: Published: Thu, 26 Mar 2020 09:41 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2020 07:46 AM (IST)
Uttarakhand Lockdown Update: आवश्यक वस्तुओं की दुकानों का खुलने का समय बढ़ा
Uttarakhand Lockdown Update: आवश्यक वस्तुओं की दुकानों का खुलने का समय बढ़ा

देहरादून, राज्‍य ब्‍यूरो। कोरोना संक्रमण की रोकथाम में सोशल डिस्टेंसिंग की अहम भूमिका के मद्देनजर इसका पूरी तरह अनुपालन कराने के उददेश्य से प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की दुकानों का खुलने का समय तीन घटे और बढ़ा दिया है। अब शुक्रवार को आवश्यक वस्तुओं की दुकानें सुबह सात बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक खुलेंगी। इस दौरान चौपहिया वाहन पूरी तरह बंद रहेंगे। दोपहिया वाहनों पर भी एक ही व्यक्ति बैठेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आपदा की स्थिति में जरूरत पड़ने पर हल्द्वानी और देहरादून में 500-500 बेड के अस्पताल बनाए जा सकते हैं। सचिव स्वास्थ्य नितेश झा ने कहा कि प्रदेश में अभी कोरोना स्टेज वन में ही है। यदि सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रहती है तो फिर प्रदेश इस पर काबू पाने में कामयाब हो सकेगा।

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गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश में कोरोना की मौजूदा स्थिति और इससे निपटने के लिए की जा रही तैयारियों को लेकर समीक्षा की। इस दौरान यह बात सामने आई की तीन घटे के कम समय के कारण बाजारों में आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए भीड़ उमड़ रही है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह अनुपालन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोलने के समय में तीन घटे और बढ़ाने के निर्देश दिए। 

फल सब्जी और दूध दिनभर उपलब्ध रहेगा। सब्जिी की ठेलिया चल सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गेहूं की आटा मिलें चलती रहें। पंजीकृत और अन्य श्रमिकों के साथ ही जरूरतमंदों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए। फार्मा इंडस्ट्री भी सावधानी बरतते हुए चलती रहे। बाहर से आने वाले लोगों को अनिवार्य रूप से होम क्वारंटाइन किया जाए। कोरोना के जिन संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट लंबित हैं उन्हें सख्ती से घर पर ही क्वारंटाइन कराया जाए। 

जिलाधिकारी स्वयं इस बात को क्रॉस चेक करें। उन्होंने जिलों में होम डिलवरी की सुविधा को भी मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर देहरादून व हल्द्वानी में 500-500 बेड के प्री फेब कोरोना अस्पताल बनाए जा सकते हैं। इसके लिए जिलाधिकारी पांच एकड़ जमीन का चयन करें। कोरोना से निपटने को जिन मुख्य चिकित्साधिकारियों के नंबर दिए जा रहे हैं उन्हें सहायक भी देना सुनश्चित किया जाए। छोटी आटा चक्कियों को चलने दिया जाए। उन्होंने कालाबाजारी रोकने के लिए दुकानों में रेट लिस्ट लगाना सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। फूड प्रोसेसिंग से संबंधित फैक्ट्रिया भी चलती रहें। 

दैनिक जागरण से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को दोपहर एक बजे तक खोलने का कदम उठाया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि सभी इसका अनुपालन करें। बैठक में सचिव नितेश झा ने कहा कि अभी उत्तराखंड कोरोना के फेज वन में ही है। यहा पाए गए सभी मामले उन लोगों में पाए गए हैं जो बाहर से आए हैं। यहा स्थानीय संक्रमण नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग रखने में सफल रहे तो राज्य में कोरोना के मामलों को रोकने में अवश्य कामयाब रहेंगे। 

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बैठक में सचिव खाद्य सुशील कुमार ने बताया कि खाद्य सामग्री की कोई कमी नहीं है। बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी, सचिव अमित नेगी के अलावा जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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