चमोली में फटा बादल, लोगों ने भागकर बचार्इ जान; कई गोशालाओं के ऊपर आया मलबा
मौसम विभाग के अनुसार अब मानसून विदा होने को है और सितंबर के तीसर सप्ताह में यह उत्तराखंड से विदा हो जाएगा।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में भले ही मानसून कमजोर पड़ गया हो, लेकिन मौसम के तल्ख तेवर बरकरार हैं। गुरुवार देर रात चमोली जिले के घाट ब्लाक में बादल फटने से उस्तोली गांव के सगोलाबगड़ बरसाती नाले में आया उफान गांव पर भारी पड़ा। आधी रात को गांव में अफरातफरी मच गई और ग्रामीण सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। नाले में आए मलबे से दो गोशालाएं ध्वस्त हो गईं और सात मवेशियों की जान चली गई। खेतों में मलबा भरने के साथ ही गांव को जोडऩे वाला सुतोल मोटर मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इस बीच प्रशासन की टीम गांव पहुंच गई है।
चमोली के घाट ब्लाक में रात दस बजे से ही भारी बारिश शुरू हो गई थी। मौसम के मिजाज को देखते हुए ग्रामीण सतर्क थे। तहसीलदार सोहन सिंह रांगड़ ने बताया कि करीब दो बजे एकाएक गांव के पास से बहने वाले नाले में उफान आ गया। तेज आवाजें सुन ग्रामीण घरों से बाहर निकल आए। बाहर का दृश्य देख ग्रामीण भयभीत हो गए। उन्होंने फौरन भागकर सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। तहसीलदार ने बताया कि पांच मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों को टेंट और तिरपाल आदि दिए गए हैं। फिलहाल लोग गांव नहीं लौटे हैं।
शुक्रवार को प्रदेश में कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ीं, लेकिन ज्यादातर स्थानों पर बादल छाए रहे। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का दौर जारी है। 70 से ज्यादा सड़कें मलबा आने से बंद हैं। चार धाम मार्गों की हालत भी जुदा नहीं है। बदरीनाथ के पास लामबगड़ में देर रात बंद हुआ हाईवे दूसरे दिन भी नहीं खोला जा सका। वहीं, चट्टान दरकने से गंगोत्री हाईवे गंगनानी के पास बंद हो गया। करीब पांच घंटे बाद इस मार्ग पर यातायात बहाल किया जा सका। केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही बाधित होती रही।
रविवार को फिर भारी बारिश के आसार
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को मौसम के तेवर नरम रहेंगे। इस दौरान कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार बन रहे हैं, जबकि अधिकतर स्थानों में बादल छाए रहेंगे। हालांकि रविवार और सोमवार को भारी बारिश की आशंका है।
सैलानियों से गुलजार हुआ कैम्पटी फॉल
मसूरी के पास प्रसिद्ध कैम्पटी फॉल एक बार फिर पर्यटकों से गुलजार हो गया है। टिहरी की जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि पिछले दिनों भारी बारिश के कारण फॉल में आए उफान से आसपास के क्षेत्र में मलबा भरने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से यहां पर्यटकों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि अब मौसम ठीक है। इसलिए फॉल के आसपास का ज्यादातर मलबा भी हटा लिया गया है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को झरने में लुत्फ लेने करीब सात सौ सैलानी यहां पहुंचे।
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