सफाई कर्मचारी हड़ताल खत्म करने को नहीं राजी, शहर को छह जोन में बांटा
प्रशासन के सख्त रवैये के बावजूद सफाई कर्मचारी हड़ताल खत्म करने को राजी नहीं। उन्होंने सचिवालय कूच कर एलान किया कि अब आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।
देहरादून, [जेएनएन]: प्रशासन के सख्त रवैये के बावजूद सफाई कर्मचारी हड़ताल खत्म करने को राजी नहीं। उन्होंने सचिवालय कूच कर एलान किया कि अब आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने नगर निगम परिसर व जिला प्रशासन के दफ्तरों के आगे कूड़ा व गंदगी पलटने की चेतावनी भी दी। वहीं, प्रशासन ने भी हड़तालियों से किसी तरह की सुलह वार्ता से इंकार कर दिया है। शुक्रवार सुबह चार बजे से प्रशासन, पुलिस व नगर निगम के अधिकारी शहर में उतर गए और पुलिस सुरक्षा में कूड़ा उठान किया गया। हड़ताली कर्मियों ने पंडितवाड़ी व सहस्रधारा रोड के साथ ही पटेलनगर में गाडिय़ों को रोका व हवा निकालने की कोशिश की मगर पुलिस बल के रहते ऐसा नहीं कर पाए। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए जिलाधिकारी व प्रशासक एसए मुरूगेशन ने देर रात प्रशासन व नगर निगम अफसरों की बैठक ली। इसमें शहर को छह जोन में बांटा गया। शनिवार सुबह से एसडीएम व तहसीलदारों की देखरेख में ट्रैक्टर-ट्राली व डंपरों से कूड़ा उठान किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने हड़ताली नियमित सफाई कर्मियों का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। साथ ही मोहल्ला स्वच्छता समिति के 610 कर्मियों का मानदेय भी रोक दिया गया है। इसके साथ ही नाला गैंग के 120 एवं रात्रि सफाई के 75 कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने की तैयारी चल रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि नगर निगम में 754 नियमित सफाई कर्मी, 610 मोहल्ला स्वच्छता कर्मी, 120 नाला गैंग, 75 रात्रि सफाई कर्मी और 290 डोर-टू-डोर कूड़ा उठान के कर्मचारी हैं। इनमें शुक्रवार को कूड़ा उठान के सभी कर्मचारियों के साथ 34 नियमित कर्मचारी सफाई व्यवस्था में शामिल हुए। डयूटी पर रहे 324 कर्मियों को छोड़कर सभी पर 'नो वर्क-नो पे' लागू कर दिया गया है। इसके साथ ही शहर में जेसीबी व डंपरों के जरिए कूड़ा उठान कराया गया। डोर-टू-डोर के टाटाऐस भी वार्डों में भेजे गए। इससे कुछ राहत जरूर मिली। हालांकि, झाड़ू न लगने व नालियां साफ न होने से गंदगी बाजारों, मोहल्लों व सड़कों पर पसरी हुई है। इसे साफ कराने की फिलहाल कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है।
वहीं, हड़ताली काम पर लौटने को राजी नहीं। सुबह नगर निगम से रैली निकालते हुए सचिवालय गए। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोका तो हड़ताली बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस से तीखी नोंकझोंक भी हुई। सिटी मजिस्ट्रेट ने हड़तालियों से वार्ता कर ज्ञापन लिया और इसके बाद हड़ताली नगर निगम लौट आए। यहां धरना-प्रदर्शन और सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की।
हुक्का-पानी बंद करने व सामाजिक बहिष्कार का एलान
सफाई कर्मचारी नेता राजेश कुमार ने हड़ताल में समर्थन न देकर कूड़ा वाहन चला रहे व सफाई कार्य कर रहे कर्मियों के सामाजिक बहिष्कार का एलान किया है। सचिवालय से लौटने के बाद निगम परिसर में हुई सभा में राजेश ने कहा कि सफाई कर्मी सरकार की धमकी से डरने वाले नहीं हैं। सरकार उन्हें बर्खास्त करने की चेतावनी दे रही, लेकिन सरकार नहीं जानती कि फिर शहर की सफाई का क्या होगा। उन्होंने कहा कि जो कर्मी हड़ताल में काम कर रहे, उन्हें चिह्नित किया जा रहा। उनका हुक्का-पानी बंद कर समाज से बाहर किया जाएगा। इस चेतावनी के बाद कुछ कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो गए।
ऐसे बनी मोहल्ला स्वच्छता समिति
वर्ष 2003 में तत्कालीन एनडी तिवारी सरकार ने सभी मोहल्लों में सफाई कार्य के लिए मोहल्ला स्वच्छता समिति गठित की थी। इनके लिए मोहल्लों में प्रतिष्ठित लोगों को चुनकर अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष बनाया गया। समिति का आधा वेतन राज्य सरकार जबकि आधा मोहल्ले के लोगों को देना था। शुरूआत में एक हजार रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाता था। बाद में लोगों ने रुपये देने बंद कर दिए तो वर्ष 2008 में भाजपा सरकार ने इन्हें सरकार के अधीन कर लिया। मानदेय डेढ़ हजार, दो हजार से तीन हजार व पिछले साल चार हजार रुपये कर दिया गया। नगर निगम दून में महापौर ने इनका मानदेय बढ़ाकर पांच हजार रुपये कर दिया। कांग्रेस सरकार ने नवंबर 2016 में समिति के 408 कर्मियों को संविदा पर रखने के आदेश दिए। आदेश का पालन न होने पर कर्मचारी हड़ताल कर रहे।
200 टन कूड़ा भेजा
अपर नगर आयुक्त नीरज जोशी और वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को कूड़ा उठान होने के बाद 200 टन कूड़ा शीशमबाड़ा प्लांट में भेजा गया। रोजाना निगम 250 टन कूड़ा भेजता है। उन्होंने बताया कि शनिवार को प्रयास रहेगा कि ज्यादा से ज्यादा कूड़ा उठान कर प्लांट में पहुंचाया जा सके।
इन जोन में बांटा गया शहर
1: घंटाघर-गांधी पार्क-बहल चौक-दिलाराम चौक-जाखन-राजपुर-न्यू कैंट रोड
2: घंटाघर-बिंदाल पुल-किशननगर चौक-बल्लूपुर चौक-पंडितवाड़ी
3: सचिवालय-नैनी बेकरी-सर्वे चौक-ईसी रोड-आराघर चौक
4: सहारनपुर चौक-प्रिंस चौक-रेसकोर्स चौक-आराघर चौक-धर्मपुर तिराहा-रिस्पना पुल-विधानसभा
5: घंटाघर-दर्शनलाल चौक-तहसील-लैंसडोन चौक-नगर निगम-परेड ग्राउंड-कहचरी रोड
6: सहारनपुर चौक से शिमला बाइपास
यह अधिकारी रहेंगे तैनात
जोन-1 में सेक्टर मजिस्ट्रेट एसडीएम प्रत्यूष सिंह व सफाई निरीक्षक मनीष दरियाल। जाखन व हाथीबड़कला चौकी पुलिस रहेगी साथ।
जोन-2 में सेक्टर मजिस्टे्रट एसडीएम आशीष जोशी व सफाई निरीक्षक भूपेंद्र सिंह पंवार। पंडितवाड़ी व बिंदाल चौकी पुलिस रहेगी साथ।
जोन-3 में सेक्टर मजिस्ट्रेट शिप्रा जोशी व सफाई निरीक्षक मनोज कुमार। करनपुर व आराघर चौकी पुलिस रहेगी साथ।
जोन-4 में सेक्टर मजिस्ट्रेट तहसीलदार व सफाई निरीक्षक महिपाल। नेहरू कालोनी और पटेलनगर चौकी पुलिस रहेगी साथ।
जोन-5 में सेक्टर मजिस्ट्रेट अपर तहसीलदार व सफाई निरीक्षक पुष्पा असवाल। धारा चौकी व करनपुर चौकी पुलिस रहेगी साथ।
जोन-6 में सेक्टर मजिस्टे्रट तहसीलदार सदर व सफाई निरीक्षक राजेश बहुगुणा। पटेलनगर व आइएसबीटी चौकी पुलिस रहेगी साथ।
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