देहरादून, जेएनएन। CLAT 2020 संयुक्त विधि प्रवेश परीक्षा (क्लैट) का आयोजन सोमवार को दून में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर किया गया। कोविड-19 की वजह से ऑफलाइन के बजाय इस बार परीक्षा ऑनलाइन हुई। साथ ही प्रश्न पत्र नए पैटर्न पर आया। अभ्यर्थियों को पहले 120 मिनट में 200 सवाल हल करने होते थे। पर इस बार से सवालों की संख्या 150 कर दी गई है, जिन्हें दो घंटे में हल करना था। छात्रों के अनुसार पेपर लंबा होने के कारण ज्यादा समय लेने वाला रहा। खासकर पैसेज आधारित प्रश्नों में उन्हें खासा वक्त लगा। टाइम मैनेजमेंट ज्यादातर अभ्यर्थियों के लिए समस्या बना रहा।
लॉ प्रेप दून के निदेशक एसएन उपाध्याय के अनुसार लीगल रिजनिंग का सेक्शन लंबा, लेकिन आसान था। सामान्य ज्ञान में कोई वन लाइनर प्रश्न नहीं थे और यह सेक्शन औसत रहा। इसमें भारत-नेपाल संबंध पर पैराग्राफ और डिजिटल मीडिया से संबंधित एक लेख था। लॉजिकल रीजनिंग में छोटे और लंबे पैसेज का मिश्रण था। इस सेक्शन को भी छात्रों ने औसत ही बताया है। कॉम्प्रिहेंशन में आठ पैसेज थे, जिसमें एक कठिन और बाकी सामान्य थे। क्वांटिटेटिव रीजनिंग भी मध्यम स्तर का रहा।
उनका मानना है कि टॉप-3 एनएलयू के लिए अपेक्षित कटऑफ 115-120 अंक के आसपास होगी और टॉप 15 में यह 100 अंक से कम रहेगी। बता दें कि इस परीक्षा के माध्यम से 22 नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज में दाखिला मिलेगा। जिनमें पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स में 2538 सीटें और एलएलएम में 724 सीट हैं। क्लैट का परिणाम पांच अक्टूबर को जारी किया जाएगा।
काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया छह अक्टूबर को शुरू होगी। क्वालीफाइड उम्मीदवारों को व्यक्तिगत रूप से क्लैट काउंसलिंग का कॉल लेटर भेजा जाएगा। प्रथम सीट आवंटन नौ अक्टूबर को किया जाएगा। वहीं, सीट अलॉटमेंट की दूसरी सूची 11 अक्टूबर और तीसरी 14 अक्टूबर को जारी की जाएगी। काउंसलिंग के लिए अभ्यर्थियों को 50 हजार रुपये शुल्क देना होगा। यह शुल्क यूनिवर्सिटी फीस के साथ एडजस्ट किया जाएगा।