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:रेलवे स्टेशन आधुनिकीकरण को आइआइटी की टीम का निरीक्षण

दून रेलवे स्टेशन की आधुनिकीकरण परियोजना पर पसरे सन्नाटे को तोड़ते हुए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) एक बार फिर सक्रिय होता दिख रहा है। रविवार को एमडीडीए व रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) ने आइआइटी रुड़की की सिविल इंजीनियि‍रिंग टीम के साथ साइट का निरीक्षण किया।

By Sumit KumarEdited By: Published: Sun, 13 Dec 2020 05:22 PM (IST)Updated: Sun, 13 Dec 2020 09:23 PM (IST)
:रेलवे स्टेशन आधुनिकीकरण को आइआइटी की टीम का निरीक्षण
टेस्टिंग की रिपोर्ट के आधार पर योजना क्षेत्र को मास्टर प्लान में हाई राइज बिल्डिंग जॉन घोषित किया जा सकेगा।

जागरण संवाददाता, देहरादून: दून रेलवे स्टेशन की आधुनिकीकरण परियोजना पर पसरे सन्नाटे को तोड़ते हुए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) एक बार फिर सक्रिय होता दिख रहा है। रविवार को एमडीडीए व रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) ने आइआइटी रुड़की की सिविल इंजीनियि‍रिंग  टीम के साथ साइट का निरीक्षण किया। संयुक्त निरीक्षण में सॉइल टेस्टिंग के लिए स्थान चिह्नित किए गए।

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एमडीडीए उपाध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि आधुनिकीकरण परियोजना के तहत बहुमंजिला भवनों के निर्माण भी किए जाएंगे। दून की जमीन भूकंप के लिहाज से अति संवेदनशील है। लिहाजा, किस स्थल पर बहुमंजिला भवन खड़े किए जा सकते हैं यह तय करना जरूरी है। ताकि, सॉइल टेस्टिंग के आधार पर हाई राइज बिल्डिंग जोन तय किए जा सकें। सॉइल टेस्टिंग की रिपोर्ट के बाद मास्टर प्लान में भी हाई राइज बिल्डिंग जोन तय कर दिए जाएंगे। इससे बहुमंजिला भवनों के निर्माण की तकनीकी जरूरत को भी पूरा कर दिया जाएगा। शुरुआती औपचारिकताओं की पूर्ति के बाद परियोजना का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। निरीक्षण में आइआइटी रुड़की के सिविल इंजीनियङ्क्षरग अनुभाग के विशेषज्ञ प्रो. सतेंद्र मित्तल आदि उपस्थित रहे।

550 करोड़ रुपये में विकसित होगा स्टेशन

रेलवे स्टेशन का विकास करीब 550 करोड़ रुपये से किया जाएगा। पूरे काम में इस बात का ख्याल रखा जाएगा कि रेलवे स्टेशन के ऐतिहासिक स्वरूप को बरकरार रखा जाए। खासकर इसके अग्र भाग का स्वरूप वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) की तरह नजर आएगा।

एयरपोर्ट की तरह अराइवल व डिपार्चर की होगी व्यवस्था

रेलवे स्टेशन पर अधिक भीड़ के दौरान भी व्यवस्था कायम रहे, इसके लिए अराइवल (आगमन) व डिपार्चर (प्रस्थान) के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी। जब भी यात्री प्लेटफार्म पर पहुंचेंगे तो ट्रेन के आने तक वह यहां पर विश्राम कर सकेंगे। उनकी सुविधा के लिए रेस्तरां आदि की व्यवस्थाएं रहेंगी। साथ ही प्लेटफार्म के ऊपर मानक ऊंचाई पर कॉनकोर्स (विभिन्न गतिविधियों जैसे इंतजार करने, बैठने, खाने-पीने आदि की एक साथ व्यस्था का साधन) बनाया जाएगा।

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आधुनिक स्टेशन में यह भी होंगे इंतजाम

  • बजट एवं स्टार होटल का निर्माण किया जाएगा।
  • विभिन्न खरीदारी के लिए कमर्शियल स्पेस की व्यवस्था रहेगी।
  • स्मार्ट पार्किंग दी जाएगी।
  • बच्चों के मनोरंजन के लिए किड्स जोन बनाया जाएगा।
  • दिव्यांगजनों के लिए विशेष इंतजाम रहेंगे, ताकि वह निर्बाध आवागमन कर सकें।
  • आवासीय परिसर का भी निर्माण किया जाएगा।
  • ओल्ड टिहरी की तर्ज पर घंटाघर का निर्माण किया जाएगा।
  • उत्तराखंड की पारंपरिक वास्तुकला पर आधारित होगा निर्माण। 
  • आवागमन को बेहतर बनाने के लिए अंडरपास का भी निर्माण कराया जाएगा।
  • स्टेशन में यातायात के उचित प्रबंधन के लिए दूसरे छोर (भंडारीबाग) पर भी बड़ा गेट बनाया जाएगा।

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