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किसी यातना गृह से कम नहीं देहरादून के नशा मुक्ति केंद्र, सिटी मजिस्ट्रेट मारा छापा; हाल में ठूंसे मिले 54 लोग

सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने खुड़बुड़ा स्थित इनलाइटमेंट फिलेशिप नशा मुक्ति केंद्र पर छापा मारा। यहां 54 व्यक्तियों को एक हाल में भेड़-बकरियों की तरह ठूंस कर रखा गया था।छापेमारी में सिटी मजिस्ट्रेट ने पाया कि 14 वर्ष के किशोर को भी केंद्र में रखा गया है।

By Sumit KumarEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 07:30 AM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 07:30 AM (IST)
किसी यातना गृह से कम नहीं देहरादून के नशा मुक्ति केंद्र, सिटी मजिस्ट्रेट मारा छापा; हाल में ठूंसे मिले 54 लोग
गुरुवार को सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने खुड़बुड़ा स्थित इनलाइटमेंट फिलेशिप नशा मुक्ति केंद्र पर छापा मारा।

जागरण संवाददाता, देहरादून: नशा छुड़ाने के नाम पर चल रहे दून के नशा मुक्ति केंद्र किसी यातना गृह से कम नहीं हैं। यह हकीकत तब उजागर हुई, जब गुरुवार को सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने खुड़बुड़ा स्थित इनलाइटमेंट फिलेशिप नशा मुक्ति केंद्र पर छापा मारा। यहां 54 व्यक्तियों को एक हाल में भेड़-बकरियों की तरह ठूंस कर रखा गया था।

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छापेमारी में सिटी मजिस्ट्रेट ने पाया कि 14 वर्ष के किशोर को भी केंद्र में रखा गया है। पूछताछ में पता चला कि वह नशा नहीं करता। उसके नाना ने नियमों के विपरीत उसे यहां भर्ती करा दिया। केंद्र के रिकार्ड में भी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई कि किशोर नशा करता है। सिर्फ यह स्पष्ट हुआ कि वह स्वभाव से गुस्सैल है और इतनी सी बात पर उसे यहां भेज दिया गया। इसके अलावा केंद्र में रखे गए कई व्यक्तियों का ब्योरा भी नहीं रखा जा रहा था। स्वास्थ्य व सफाई व्यवस्था के इंतजाम भी अपर्याप्त पाए गए। केंद्र में वेंटिलेशन का भी अभाव पाया गया। लिहाजा, प्रशासन ने इस नशा मुक्ति केंद्र को बंद कराने का निर्णय लिया है। बंदी का नोटिस केंद्र संचालकों को जारी कर दिया गया है। छापेमारी की विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है। कार्रवाई में समाज कल्याण विभाग की टीम के साथ पुलिसकर्मी भी शामिल रहे।

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किशोर की होगी काउंसिलिंग

महज गुस्सैल स्वभाव के कारण किशोर को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करने को प्रशासन ने गंभीर माना है। इसे बाल अधिकारों के हनन से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाए। किशोर की काउंसिलिंग कराई जाए और पता लगाया जाए कि उसके वास्तविक अभिभावक कहां हैं।

दुष्कर्म मामले के बाद प्रशासन हुआ सख्त

इसी वर्ष अगस्त में क्लेमेनटाउन स्थित वाक एंड विन सोवर लिविंग होम एंड काउंसिलिंग सेंटर से चार युवतियां भाग गई थीं। इसके बाद पता चला कि नशा मुक्ति केंद्र का संचालक एक युवती के साथ दुष्कर्म करता था, जबकि अन्य युवतियों ने उस पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इस प्रकरण में केंद्र संचालक विद्यादत्त रतूड़ी और उसकी साझीदार विभा सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस घटना को जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने गंभीरता से लिया और मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में नशा मुक्ति केंद्रों की जांच के लिए समिति गठित की। इसी कड़ी में गुरुवार को सिटी मजिस्ट्रेट ने खुड़बुड़ा के नशा मुक्ति केंद्र पर छापा मारा। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी और मनमानी करने वाले केंद्रों को बंद कराया जाएगा।

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