Christmas 2020 Celebration: देहरादून में सादगी से मनाया गया क्रिसमस, गिरिजाघरों में सीमित अनुयायियों ने की प्रभु यीशू की प्रार्थना
इस साल क्रिसमस का त्योहार कोरोना के साये में मनाया जा रहा है। हालांकि इसके लिए दून में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। कोरोना के कारण जिला प्रशासन ने चर्च में बड़े आयोजनों पर रोक लगाई है। कम से कम लोग प्रार्थना के लिए आने के निर्देश हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Christmas 2020 Celebration दून में कोरोना के बीच क्रिसमस का त्योहार बेहद सादगी से मनाया गया। गिरिजाघर में सीमित संख्या में ही अनुयायियों ने प्रभु यीशू की प्रार्थना की। इस दौरान रात की खामोशी में जन्मा है, जन्मा है मसीहा.... मैरी क्रिसमस विश यू... जैसे गीतों की मधुर ध्वनि सुनने को मिली।
हर साल 25 दिसंबर शुरू होने के साथ ही 12 बजे चर्च में लगे पुराने घंटे प्रभु के आगमन की दस्तक के साथ मधुर ध्वनि करने लगते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। जिला प्रशासन से मिले निर्देश के अनुसार गुरुवार को शाम की प्रार्थना सभा के बाद गिरिजाघर बंद कर दिए गए थे। ऐसे में इसाई समुदाय के लोगों ने घर पर रहकर ही प्रभु यीशू की आराधना की। शुक्रवार सुबह की प्रार्थना सभा के लिए केवल एक घंटे के लिए खोला गया। जिसके बाद चर्च बंद कर दिए गए। कॉन्वेंट रोड स्थित सेंट फ्रांसिस कैथोलिक चर्च के फादर फोस्टीन जॉन पिंटो ने बताया कि इस साल प्रभु यीशु से देश-दुनिया में अमन की प्रार्थना के साथ ही कोरोना महामारी के खात्मे एवं मानव जाति की रक्षा की प्रार्थना भी की गई। राजपुर रोड स्थित मॉरिसन मेमोरियल चर्च के रेवरेन पीजे सिंह ने बताया कि प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन को देखते हुए क्रिसमस पर सार्वजनिक महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया, लेकिन सुबह की पवित्र मिस्सा बलिदान एवं प्रभु यीशु का जन्म उत्सव भक्ति एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया। कोरोना के चलते इस साल शहरभर की दुकानों, मॉल और स्टोर में दिखाई देने वाले सेंटा क्लॉज इस बार बहुत कम नजर आए। हालांकि, कुछ एक मॉल और दुकान में ही लोग सेंटा क्लॉज के साथ सेल्फी लेते नजर आए।
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फोन-वीडियो कॉल पर दी बधाई
कोरोना के चलते गिरिजाघर में तो सभी लोग नहीं पहुंच सके, लेकिन अपने-अपने घरों में विशेष साज सज्जा जरूर की। घर में क्रिस्मस ट्री को विशेष रूप से सजाया गया। वहीं घर पर छोटे बच्चों से लेकर बड़े लोग तक सेंटा बने हुए नजर आए। सुबह की प्रार्थना सभा के बाद लोगों ने फोन और वीडियो कॉल पर एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी। साथ ही राष्ट्र की खुशहाली की प्रभु यीशु से कामना की। वहीं गिरिजाघरों की तरफ से भी ऑनलाइन प्रार्थना सभा का प्रसारण किया गया।
मायूस लौटे कई श्रद्धालु
जिला प्रशासन के निर्देश अनुसार सुबह की प्रार्थना सभा के बाद चर्च बंद हो गए। इसके कारण चर्च में प्रार्थना करने पहुंचे कई लोग को मायूस वापस लौटना पड़ा। हालांकि चर्च के बाहर लगे मेले में लोगों ने बच्चों के साथ मिलकर खरीदारी की और जमकर सेल्फी भी ली। कॉन्वेंट रोड स्थित सेंट फ्रांसिस कैथोलिक चर्च और राजपुर रोड स्थित मॉरिसन मेमोरियल चर्च के बाहर भीड़ देखने को मिली।
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