मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा- उत्तराखंड में जल्द बनेगा युवा आयोग
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही युवा आयोग का गठन किया जाएगा। आयोग युवाओं की सोच और उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप स्पष्ट रोडमैप तैयार करेगा। मुख्यमंत्री ने राज्यस्तरीय निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं के पुरस्कार वितरण समारोह में विचार व्यक्त कर रहे थे।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही युवा आयोग का गठन किया जाएगा। आयोग युवाओं की सोच और उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप स्पष्ट रोडमैप तैयार करेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हाल में राज्यस्तरीय निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं के पुरस्कार वितरण समारोह में विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज युवा हर क्षेत्र में अपडेट हैं। वे अपनी आकांक्षाओं को पूरा कर स्वयं के भाग्य विधाता बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी वीर गाथाओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को विश्वविद्यालयों को आगे बढ़ाना होगा। इससे भावी पीढ़ी अपनी संस्कृति से परिचित हो सकेगी। साथ ही देश व दुनिया को भी जानकारी मिलेगी।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जन्मदिवस को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने के केंद्र सरकार के फैसले को सराहते हुए उन्होंने कहा कि नेताजी को सम्मान दिया गया है। वह सच्चे अर्थों में देश के सच्चे सपूत थे। स्वामी विवेकानंद ने तमाम देशों का भ्रमण कर भारतीय संस्कृति का प्रचार किया। अमेरिका में उनका संबोधन वैश्विक सांस्कृतिक एकता की पहचान बना है। स्वामी विवेकानंद सच्चे अर्थों में हमारे सांस्कृतिक गुरु थे। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा धन सिंह रावत ने कहा कि 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा चेतना दिवस से 23 जनवरी तक युवा पखवाड़ा आयोजित किया गया। स्वामी विवेकानंद के विचारों की राज्य में प्रासंगिकता विषय पर राज्यस्तरीय निबंध प्रतियोगिता में 5229 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस पखवाड़े में 1005 रक्तदाताओं ने 545 यूनिट रक्तदान किया।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने सनातन धर्म की संस्कृति व उच्च आदर्शों का परिचय विश्वभर में कराया। वहीं नेताजी सुभाषचंद्र ने राष्ट्र को स्वतंत्र कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनमें सांप्रदायिक एकता व सबको साथ लेकर चलने की भावना थी। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी साधू सिंह बिष्ट ने भी विचार रखे। स्वामी नरसिम्हानंद ने स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन एवं प्रो संजय कुमार ने सुभाष चंद्र बोस के जीवन दर्शन के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, उच्च शिक्षा उन्नयन परिषद उपाध्यक्ष दीप्ति रावत भारद्वाज, उच्च शिक्षा निदेशक कुमकुम रौतेला, प्रो एचसी पुरोहित एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे।
सौम्या को पहला, उज्ज्वल को दूसरा व अंजलि को तीसरा पुरस्कार
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उच्च शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित राज्यस्तरीय निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। प्रथम पुरस्कार विजेता डीडब्ल्यूटी कालेज की बीएड छात्रा सौम्या को एक लाख रुपये का चेक दिया गया। दूसरे स्थान पर रहे डीएवीपीजी कालेज के छात्र उज्ज्वल शर्मा को 75 हजार रुपये व तीसरे स्थान पर रहे बाल गंगा महाविद्यालय सैंदुल कैमर की छात्रा अंजलि ममगईं को 50 हजार रुपये का चेक बतौर पुरस्कार दिया गया। युवा कल्याण विभाग की ओर से आयोजित 'नेताजी सुभाषचंद्र बोस युवाओं की प्रेरणा' विषय पर राज्यस्तरीय भाषण प्रतियोगिता में देहरादून के गौतम खट्टर ने पहला, अल्मोड़ा की हिमानी दुर्गापाल ने दूसरा और नैनीताल के रोहित सिंह रावत व हरिद्वार की अक्षी गौड़ ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया।