जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: Chardham Yatra 2023: बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के बाद प्रशासन ने अब गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के लिए भी आनलाइन पंजीकरण खोल दिया है। शुरुआती तीन दिन में इन दोनों धाम के लिए एक लाख से अधिक तीर्थयात्री पंजीकरण करा चुके हैं। इसके साथ ही चारों धाम के लिए पंजीकरण का आंकड़ा 4.47 लाख पहुंच गया है।
इस वर्ष 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाने हैं। जबकि, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट परंपरानुसार अक्षय तृतीय पर्व पर 22 अप्रैल को खुलेंगे। इसी के साथ चारधाम यात्रा भी शुरू हो जाएगी। बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए प्रशासन ने बीती 21 फरवरी से आनलाइन पंजीकरण खोल दिए थे।
बीते 16 मार्च से शुरू हुए आनलाइन पंजीकरण
तब से अब तक बदरीनाथ धाम के लिए एक लाख 56 हजार 741 और केदारनाथ धाम के लिए एक लाख 89 हजार 584 तीर्थ यात्रियों ने आनलाइन पंजीकरण कराया। जबकि, गंगोत्री व यमुनोत्री के लिए बीते 16 मार्च से आनलाइन पंजीकरण शुरू हुए।
इन तीन दिनों में यमुनोत्री धाम के लिए 50 हजार 158 और गंगोत्री धाम के लिए 50 हजार 806 तीर्थयात्री पंजीकरण करा चुके हैं। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के उप निदेशक वाईके गंगवार ने बताया कि अब तीर्थयात्री चारों धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। अब तक चारों धाम के लिए पंजीकरण कराने वालों की संख्या चार लाख 47 हजार 289 पहुंच चुकी है।
कब शुरू होगी चारधाम यात्रा?
- 22 अप्रैल से यात्रा प्रारंभ होगी
- 22 अप्रैल को खुलेंगे गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट
- 25 अप्रैल को खुलेंगे केदारनाथ के कपाट
- 27 अप्रैल को खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
बदरीनाथ मंदिर को वर्षभर सीसीटीवी से निगरानी की आवश्यकता
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने शनिवार को बदरीनाथ धाम पहुंचकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मास्टर प्लान कार्यों के तहत सुरक्षा के लिए वर्तमान में चल रहे मास्टर प्लान कार्यों में मंदिर परिसर के आसपास स्थाई पुलिस चौकी बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बदरीनाथ मंदिर को भी केदारनाथ धाम की तर्ज पर पूरे वर्ष सीसीटीवी कैमरों में रखने की जरूरत है। इसके लिए डीजीपी ने पुलिस संचार के अपर पुलिस महानिदेशक को निर्देशित किया है।
पुलिस महानिदेशक इन दिनों सीमांत क्षेत्र नीति व माणा घाटी के दौरे पर हैं। पुलिस महानिदेशक ने मलारी का भ्रमण करने के बाद दूसरे दिन नीति घाटी में बदरीनाथ यात्रा व्यवस्थाओं को जांचा।
इस दौरान बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों से भेंटकर फल एवं मिष्ठान वितिरत किया गया। डीजीपी ने माणा से बसुधारा ट्रैक पर यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी को लेकर वहां भी पुलिस चौकी बनाने की आवश्यकता बताई।
उन्होंने बदरीनाथ थाना समय से पूर्व बदरीनाथ में स्थानांतरित करने को कहा ताकि यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर समय पर सभी कार्य पूर्ण हो सकें। पुलिस महानिदेशक ने बदरीनाथ थाने के लिए प्रस्तावित भूमि का भी निरीक्षण कर इसमें तत्काल अस्थाई आवास बनाए जाने को कहा।
पुलिस महानिदेशक ने योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में भी दर्शन किए तथा जोशीमठ से बदरीनाथ हाईवे पर पुलिस चौकी, थानों का निरीक्षण कर डेंजर जोनों में सुरक्षा के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी चर्चा की। इस दौरान पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल, आइटीबीपी कमांडेट विजय कुमार, पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह, उपाधीक्षक नताशा सिंह, मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित कई लोग उपस्थित थे।