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केदारनाथ में हृदयगति रुकने से बिहार और महाराष्ट्र के दो श्रद्धालुओं की मौत, अब तक चारों धाम में हो चुकी है 42 मौत

आज केदारनाथ में हृदयगति रुकने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। केदारनाथ में अब तक 17 श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौत हो चुकी है। चारों धाम में हृदयगति रुकने से मरने वालों की संख्या 42 पहुंच गई है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 10:16 PM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 10:16 PM (IST)
केदारनाथ में हृदयगति रुकने से बिहार और महाराष्ट्र के दो श्रद्धालुओं की मौत, अब तक चारों धाम में हो चुकी है 42 मौत
चारधाम में हृदयगति रुकने से श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: चारधाम में हृदयगति रुकने से श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार को दो और श्रद्धालुओं की मौत केदारनाथ धाम में हुई। इसके साथ ही धाम में हृदयगति रुकने से मरने वालों की संख्या 17 हो है। जबकि, चारों धाम में यह संख्या 42 पहुंच चुकी है।

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जानकारी के अनुसार बिहार के परसावा (खड़ि‍या) निवासी मदनमोहन जोशी (65 वर्ष) की केदारनाथ जाते हुए पैदल मार्ग पर लिनचोली में तबीयत अचानक बिगड़ गई। स्वजन मदनमोहन को स्थानीय मेडिकल रिलीव सेंटर ले गए, जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

वहीं, कोली (महाराष्ट्र) निवासी बालकृष्ण महादेव (62 वर्ष) की भी केदारनाथ धाम में अचानक तबीयत बिगड़ने पर मौत हो गई। दोनों की मौत का कारण हृदयगति रुकना बताया गया।

हृदय गति रुकने से मरने वाले श्रद्धालु

  • धाम---17 मई को-----कुल मृतक
  • यमुनोत्री-----00----------13
  • गंगोत्री-------00----------04
  • केदारनाथ----02----------17
  • बदरीनाथ-----00----------08

रुद्रप्रयाग : तुंगनाथ में पांच हजार से अधिक श्रद्धालु कर चुके दर्शन

तृतीय केदार तुंगनाथ में अब तक कुल पांच हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके है। वहीं केदारनाथ शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में भी लगभग छह हजार से अधिक भक्त दर्शनों को पहुंच चुके हैं।

गत छह मई को पौराणिक रीति रिवाज के साथ तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खोले गए थे। पहले दिन लगभग पांच सौ भक्त यहां भोले बाबा के दर्शनों को पहुंचे थे। जिसके बाद मंदिर में दर्शनों के लिए लगातार भीड़ उमड़ रही है।

केदारनाथ दर्शनों के बाद बदरीनाथ दर्शनों को जा रहे श्रद्धालु तुंगनाथ मंदिर में भी पहुंच रहे हैं। गत छह मई से अब तक तुंगनाथ मंदिर में 5025 भक्तों ने भोले बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।

साथ ही यात्री पैदल मार्ग पर प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ भी उठा रहे हैं। वहीं केदारनाथ शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में भी छह हजार से अधिक भक्त दर्शन कर चुके है। यदि कुंड के पास मार्ग को आवाजाही के लिए सुचारु किया जाता है, तो यात्रियों की संख्या में इजाफा हो सकता है।


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