Chardham Yatra 2022: हृदयगति रुकने से बदरीनाथ-केदारनाथ समेत ऋषिकेश में सात लोगों की हुई मौत
आज शुक्रवार को हृदयगति रुकने से बदरीनाथ और केदारनाथ समेत ऋषिकेश में सात लोगों की मौत हो गई। केदारनाथ व बदरीनाथ में दो-दो और ऋषिकेश में तीन श्रद्धालुओं ने दम तोड़ा है। अब तक चारों धाम में 54 श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौत हो चुकी है।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा पर आए पांच श्रद्धालुओं की शुक्रवार को हृदयगति रुकने से मौत हो गई। इनमें महाराष्ट्र के तीन, गुजरात, मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के एक-एक श्रद्धालु शामिल हैं।
चारों धाम में 54 यात्रियों की हो चुकी है मौत
इसके साथ ही केदारनाथ में 22, बदरीनाथ में दस और ऋषिकेश में चार श्रद्धालु अब तक हृदयगति रुकने से दम तोड़ चुके हैं। जबकि, ऋषिकेश समेत चारों धाम में यह संख्या 54 पहुंच गई है।
केदारनाथ में दो और बदरीनाथ में दो की हुई मौत
जानकारी के अनुसार पुणे (महाराष्ट्र) निवासी प्रदीप कुमार कुलकर्णी (61) और मध्य प्रदेश के पिपलिया मंडी (मंदसौर) निवासी बंशी लाल (57) ने शुक्रवार को केदारनाथ धाम में दम तोड़ा। दोनों की मौत का कारण हृदयगति रुकना बताया गया। पूनावाला (महाराष्ट्र) निवासी बाला साहेब (63) और गुजरात के उना (सोमनाथ) निवासी बीना बेन (55) की मौत बदरीनाथ धाम में हुई।
ऋषिकेश में तीन श्रद्धालुओं की हुई मौत
उधर, गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) से आया श्रद्धालुओं का 60 सदस्यीय दल चारधाम दर्शनों से लौटते हुए शुक्रवार को ऋषिकेश पहुंचा। इसके बाद सभी श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए मुनिकीरेती गए थे। स्नान कर लौटते हुए दल के सदस्य अवधेश नारायण तिवारी (65 वर्ष) को सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई। अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।
गुरुवार रात चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड स्थित होटल के पास बेहोश मिले मुंबई निवासी उमेश दास जोशी (58) की मौत भी अस्पताल में हुई। दोनों की मौत का कारण हृदयगति रुकना बताया गया।
इसके अलावा मध्य प्रदेश के ग्राम पीपल्दा (धार) से ऋषिकेश व हरिद्वार के मंदिरों में दर्शनों के लिए पहुंचा श्रद्धालुओं का 22 सदस्यीय दल स्वर्गाश्रम स्थित गीता आश्रम में ठहरा हुआ था।
रात में दल की सदस्य सौरम बाई (49) की तबीयत अचानक बिगड़ गई। सौरम को तत्काल राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
हृदय गति रुकने से मरने वाले श्रद्धालु
- धाम--------20 मई को-- कुल मृतक
- यमुनोत्री--------00--------14
- गंगोत्री-----------00--------04
- केदारनाथ--------02--------22
- बदरीनाथ--------02--------10
- ऋषिकेश--------03--------04