Kedarnath Dham Yatra: केदारनाथ समेत यात्रा पड़ावों पर तीन घंटे तक रोके साढ़े आठ हजार यात्री, धुंध के चलते हवाई सेवाएं भी रही बाधित
Kedarnath Dham Yatra बारिश के चलते केदारनाथ समेत यात्रा पड़ावों पर तीन घंटे तक साढ़े आठ हजार यात्री रोके गए। करीब पांच हजार यात्रियों को गौरीकुंड व सोनप्रयाग में रोका गया है। मंगलवार की सुबह इन यात्रियों को केदारनाथ भेजा जाएगा। वहीं धुंध के चलते हवाई सेवाएं भी बाधित रही।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम समेत यात्रा पड़ावों पर लगातार बारिश के चलते प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर तीन घंटे तक साढ़े आठ हजार से अधिक यात्रियों को रोके रखा। मौसम साफ होने पर यात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए रवाना किया गया।
गौरीकुंड व सोनप्रयाग में पांच हजार यात्रियों को आगे जाने से रोका
इसके अलावा गौरीकुंड व सोनप्रयाग में पांच हजार यात्रियों को आगे जाने से रोक दिया गया, जो मंगलवार की सुबह धाम के लिए भेज जाएंगे। वहीं धुंध के चलते लगभग छह घंटे तक हवाई सेवाएं भी बाधित रही। हालांकि बदरीनाथ और गंगोत्री धाम के लिए यात्रा सुचारु रही।
यमुनोत्री हाईवे पांच दिन बाद बड़े वाहनों के लिए सुचारु
यमुनोत्री हाईवे को पांच दिन बाद बड़े वाहनों के लिए सुचारु कर दिया गया। इससे राहत मिली, लेकिन यमुनोत्री पैदल मार्ग पर कीचड़ के साथ गंदगी जमा होने के कारण तीर्थयात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। धाम समेत केदारनाथ के विभिन्न यात्रा पड़ावों पर सुबह मौसम साफ था। सुबह नौ बजे तक सोनप्रयाग और गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिए कुल 8835 यात्रियों को रवाना किया गया।
नौ बजे बाद बारिश होने से प्रशासन ने यात्रियों को रोका
नौ बजे बाद बारिश होने से प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ धाम समेत सोनप्रयाग, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली, रुद्रा प्वाइंट, भीमबली, जंगलचट्टी, गौरीकुंड, सीतापुर में यात्रियों को रोक दिया गया।
लगातार तीन घंटे तक बारिश जारी रही। इसके बाद मौसम साफ हुआ। इसके बाद इन यात्रियों को पड़ाव स्थलों से केदारनाथ धाम के लिए रवाना किया गया। जबकि, केदारनाथ दर्शन कर वापस लौट रहे यात्री भी वापस गौरीकुंड पहुंचे।
आज गौरीकुंड व सोनप्रयाग से यात्री नहीं किए गए रवाना
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि सुबह नौ बजे यात्रियों को रोके जाने के बाद गौरीकुंड व सोनप्रयाग से यात्री रवाना नहीं किए गए। यहां लगभग पांच हजार यात्रियों को रोका है, जो मंगलवार को केदारनाथ धाम रवाना होंगे। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि बारिश के चलते यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए विभिन्न पड़ाव स्थलों पर यात्रियों को रोका गया था।
छह घंटे धाम में फंसा रहा हेलीकाप्टर
घना कोहरा छाने के चलते एक निजी कंपनी का हेलीकाप्टर छह घंटे तक धाम में ही फंसा रहा। मौसम ठीक होने के बाद ही वह वापस फाटा लौट सका। सोमवार सुबह से केदारनाथ में घने बादल छा गए थे।
हालांकि बारिश आठ बजे बाद हुई, लेकिन घने बादल छाने से हवाई सेवाएं प्रभावित हो गई। पहला हेलीकाप्टर सुबह छह बजे यात्रियों को लेकर केदारनाथ पहुंचा, लेकिन इसके बाद मौसम बदल गया। जिससे हेलीकाप्टर धाम में फंस गया।
बता दें कि अधिक ठंड के कारण केदारनाथ में सभी हेलीकाप्टर कुछ मिनट के लिए ही रुकते हैं और अपना इंजन तक बंद नहीं करते। यहां तक कि वीवीआइपी हेलीकाप्टर भी वीआइपी को छोड़कर फाटा या गुप्तकाशी हेलीपैड पर लैंडिंग करते हैं और फिर वापस लेने के लिए तय समय पर ही जाते हैं।
छह घंटे तक केदारनाथ के लिए हवाई सेवा देने वाली सभी हेली कंपनियों के हेलीकाप्टर छह घंटे तक पूरी तरह बंद रहे। सेक्टर अधिकारी हेलीपैड केदारनाथ भूपेंद्र बिष्ट ने बताया कि एक बजे के बाद हेलीकाप्टर सेवाएं शुरू हुई। तीन बजे के बाद फाटा, गुप्तकाशी, सेरसी आदि हेलीपैड से नियमित हवाई उड़ानें संचालित हुईं।