Chardham Yatra में नहीं थम रही यात्रियों की मौत, 18 दिन में 54 श्रद्धालुओं ने तोड़ा दम, इन 14 बिंदुओं का ध्यान रखने की सलाह
Chardham Yatra चारधाम यात्रा में चारों धाम उच्च हिमालयी क्षेत्र में हैं इनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मी से भी ज्यादा है। अब तक चारों धाम में 54 श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौत हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, देहरादून : Chardham Yatra : चारधाम यात्रा में हृदयगति रुकने से यात्रियों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। एक दिन पहले शुक्रवार को केदारनाथ व बदरीनाथ में दो-दो और ऋषिकेश में तीन श्रद्धालुओं ने दम तोड़ा। अब तक चारों धाम में 54 श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद यात्रा शुरू करने पर बल
स्वास्थ्य विभाग ने तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें विशेषकर वरिष्ठ नागरिक, कोमर्बिडिटी (एक से अधिक बीमारियों से ग्रसित) अथवा लोंग-कोविड से प्रभावित यात्रियों को स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद यात्रा शुरू करने पर बल दिया गया है।
चारधाम यात्रा में चारों धाम उच्च हिमालयी क्षेत्र में हैं, इनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मी से भी ज्यादा है। जिस वजह से यहां यात्री अत्यधिक ठंड, कम आद्रता, अत्यधिक अल्ट्रा वायलेट रेडिएशन, कम हवा का दबाव और कम आक्सीजन की मात्रा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सुगम एवं सुरक्षित यात्रा के लिए नीचे दिए गए 14 बिंदुओं का खास ध्यान रखने की सलाह दी गई है।
इन बातों का रखें खास ख्याल
- स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा के लिए रवाना हों।
- पूर्व से बीमार यात्री चिकित्सक का परामर्श पर्चा, संपर्क नंबर व दवाएं साथ रखें।
- अति वृद्ध, बीमार व पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्ति यात्रा पर न जाएं तो उचित होगा।
- तीर्थस्थल पर पहुंचने से पूर्व मार्ग में एक दिन का विश्राम करें।
- गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें।
- हृदय रोग, श्वास रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त विशेष सावधानी बरतें।
- सिर दर्द, उल्टी, चक्कर, खांसी, घबराहट, दिल की धड़कन तेज होने, हाथ-पांव व होठ नीले पड़ने, थकान, सांस फूलने पर निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे या 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
- धूमपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन न करें।
- त्वचा को तेज धूप से बचाने के लिए सनस्क्रीन एसपीएफ-50 का उपयोग करें।
- यूवी किरणों से आंखों के बचाव के लिए सन ग्लासेस का उपयोग करें।
- यात्रा के दौरान पानी पीते रहें और भूखे पेट न रहें।
- लंबी पैदल यात्रा के दौरान बीच-बीच में विश्राम करें।
- ऊंचाई वाले क्षेत्रों में व्यायाम करने से बचें।
- किसी भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए 104 और एंबुलेंस के लिए 108 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।