चमोली: किरूली गांव के पास गहरी खाई में गिरी कार, ग्राम प्रधान समेत दो की मौत; दो घायल
पीपलकोटी के समीप किरूली गांव के पास एक कार सोमवार देर रात दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है जबकि दो घायल हुए हैं। दोनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर (चमोली)। गडोरा किरूली मोटर मार्ग पर एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में ग्राम प्रधान समेत दो की मौत हो गई जबकि दो ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उनको जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में प्राथमिक उपचार देने के बाद श्रीनगर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसा सोमवार देर रात किरूली के ग्राम प्रधान दिनेश लाल गडोरा गांव से चार व्यक्तियों के साथ अपने घर कार से जा रहे थे। इस दौरान उनकी कार राजकीय इंटर कालेज गडोरा के पास गहरी खाई गिर गई। इस दौरान तेज आवाज सुनकर आसपास के गांव वाले मौके पर पहुंचे और पुलिस व आपदा कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने स्थानीय निवासियों की मदद से खाई में गिरे व्यक्तियों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला और जिला चिकित्सालय पहुंचाया। पुलिस के मुताबिक हादसे में कार में सवार गोविंद लाल की मौके पर ही मौत हो गई जबकि ग्राम प्रधान दिनेश लाल ने जिला चिकित्सालय ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल हुए मुकेश लाल निवासी गडोरा व संदीप लाल निवासी किरूली को प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने श्रीनगर रेफर किया है।
भूस्खलन की जद में आया युवक, गंभीर घायल
पुरोला बाजार में मोरी रोड पर दुकानों की बुनियाद की खोदाई के दौरान मंगलवार दोपहर को चट्टान गिरी। निर्माण की देख-रेख कर रहे दुकान स्वामी युवक चट्टान की चपेट में आ गया। गंभीर रूप से घायल युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला में प्राथमिक उपचार के बाद दून अस्पताल देहरादून रेफर किया गया। युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं भूस्खलन से स्थानीय निवासियों की बाइकें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
मंगलवार दोपहर को जिस समय चट्टान गिरी उस समय बुनियाद की खोदाई करने वाले 10 से अधिक श्रमिक खाना खाने के लिए गए थे। उसी दौरान दुकान स्वामी प्रवीण कुमार पुत्र बृजमोहन निर्माण की देखरेख करने के लिए पहुंचा, जिससे वह चट्टान की चपेट में आया। हालांकि आसपास खड़े व्यक्तियों की जान बाल-बाल बची। वहीं व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन ङ्क्षसह चौहान ने कहा कि जिस स्थान पर चटृान गिरी है। वह स्थान भूस्खलन जोन बन सकता है। जिसकी जद में मोरी जाने वाली सड़क भी आ रही है। साथ ही भूस्खलन जोन के निकट बिजली का ट्रांसफार्मर भी कभी भी धराशायी हो सकता है। इसलिए उनकी मांग है कि जल्द से जल्द भूस्खलन वाले क्षेत्र का उपचार किया जाए। साथ ही ट्रांसफार्मर को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए और भूस्खलन के निकट वाले पैदल मार्ग को भी खतरे को देखते हुए बंद किया जाए।
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