पोखरण परीक्षण ने दिलाई विश्व में सामरिक पहचान
भाजपा कार्यकर्ताओं ने पोखरण परीक्षण दिवस मनाया। इस दौरान उन्होंने आतिशबाजी कर पोखरण परीक्षण को भारत की बहुत बड़ी उपलब्धि करार दिया।
संवाद सहयोगी, विकासनगर: 11 मई 1998 को अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार द्वारा पोखरण में किए गए परमाणु परीक्षण की वर्षगांठ पर पछवादून में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर इसे ऐतिहासिक दिन करार दिया। कहा कि पोखरण में परमाणु परीक्षण ने भारत को विश्व में सामरिक ताकत के रूप में स्थापित किया। वाजपेयी सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति से ही भारत परमाणु संपन्न राष्ट्र बन पाया है।
विकासनगर मुख्य बाजार में आतिशबाजी कर पोखरण दिवस मनाते हुए मंडल अध्यक्ष संदीप मोंगा ने कहा कि विरोधी राष्ट्रों को जवाब देने के लिए भारत का परमाणु संपन्न राष्ट्र होना जरूरी था। लेकिन देश में लंबे समय से राजनैतिक इच्छाशक्ति की कमी के चलते वैज्ञानिकों के प्रयासों को मूर्तरूप नहीं मिल रहा था। वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार का गठन होते ही राष्ट्र को दृढ़ इच्छाशक्ति वाला कुशल प्रशासक मिला, जिसने राष्ट्र की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारतीय सेना को परमाणु शक्ति संपन्न बनाया। उन्होंने कहा कि परमाणु परीक्षण के बाद से ही भारत की सामरिक ताकत को विश्व में पहचान मिली है।
दूसरी ओर, सेलाकुई के शिव मंदिर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पोखरण दिवस मनाया। वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष यशपाल नेगी ने कहा कि भारत के परमाणु शक्ति संपन्न होने से विश्व का सामरिक ध्रुवीकरण बदला है। बावजूद इसके भारत ने वैश्विक मंच को परमाणु बम का पहले उपयोग नहीं करने का आश्वासन दिया है। कहा कि तत्कालीन भाजपा सरकार ने परमाणु परीक्षण के दौरान ही इसे शांति स्थापना का प्रयास करार दिया था। कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर पोखरण दिवस को भारतीय इतिहास का स्वर्णिम दिन करार दिया। विकासनगर में आतिशबाजी करने वालों में नगर पालिका अध्यक्ष हरफूल महावर, जनार्दन जोशी, नीरज चौहान, बबलू, प्रदीप सोनी, डॉ. राजकुमार, अमित डबराल, सुमन काशव, कमलेश, सुनीता, विनोद कश्यप व सेलाकुई में मंजू नेगी, माया पंत, चैतन्य अनिल गौड़, शूरवीर चौहान, राजेंद्र बलूनी, अनिल नौटियाल, रमा थापा, सुनीता गुप्ता शामिल रहे।