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सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक ने कहा-परीक्षा में गड़बड़ी हुई तो प्रधानाचार्य होंगे जिम्मेदार

सीबीएसई की प्रयोगात्मक परीक्षाएं एक मार्च से शुरू होगी। परीक्षाओं में कोई भी गड़बड़ी हुई तो इसके लिए संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य ही जिम्मेदार होंगे। प्रधानाचार्य और संबंधित स्कूल पर सीबीएसई बोर्ड कार्रवाई कर सकता है। क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से इसके लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 08:45 PM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 08:45 PM (IST)
सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक ने कहा-परीक्षा में गड़बड़ी हुई तो प्रधानाचार्य होंगे जिम्मेदार
सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक रणबीर सिंह। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, देहरादून। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की प्रयोगात्मक परीक्षाएं एक मार्च से शुरू होने जा रही हैं। परीक्षाओं में कोई भी गड़बड़ी हुई तो इसके लिए संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य ही जिम्मेदार होंगे। प्रधानाचार्य और संबंधित स्कूल पर सीबीएसई बोर्ड कार्रवाई कर सकता है। क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से इसके लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। दून रीजन के स्कूलों ने प्रयोगात्मक परीक्षाओं के लिए तैयारी शुरू कर ली है। सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक रणबीर सिंह ने कहा कि एक मार्च से 10वीं और 12वीं की प्रयोगात्मक परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं।

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बोर्ड ने स्कूलों को 11 जून तक हर हाल में प्रयोगात्मक परीक्षाएं संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, कोशिश रहेगी कि परीक्षाएं 15 मई तक संपन्न हो जाएं, जिससे मूल्यांकन समय पर शुरू हो सके। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों तक स्कूल के ही शिक्षकों की ओर से प्रयोगात्मक परीक्षा लेने के मामले सामने आए हैं। लेकिन इस बार बोर्ड ने हर स्कूल के लिए अलग-अलग शिक्षक तय किए हैं, जो परीक्षाएं लेंगे।

अगर कोई स्कूल नियुक्त शिक्षक के बजाए किसी अन्य शिक्षक से परीक्षा करवाता है तो परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी। वहां के विद्यार्थियों को लिखित परीक्षा में मिले अंकों के औसत के आधार पर प्रयोगात्मक परीक्षा में अंक दिए जाएंगे। इसके लिए प्रधानाचार्य को जिम्मेदार मानते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्कूल की मान्यता भी रद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि स्कूल एक बैच में अधिकतम 25 छात्र-छात्राओं को परीक्षा देने के लिए बुला सकेंगे।

इसके अलावा एक कक्ष में अधिकतम 13 छात्र-छात्राओं को बिठाया जा सकेगा। परीक्षाएं खत्म होने के तुरंत बाद बोर्ड की वेबसाइट पर दिए गए लिंक के जरिये स्कूलों को सभी विद्यार्थियों के नंबर अपलोड करने होंगे। एक बार नंबर अपलोड करने के बाद उसमें सुधार का मौका नहीं मिलेगा। इसलिए स्कूलों को नंबर अपलोड करते समय बेहद सतर्क रहना होगा। इसके अलावा स्कूलों को परीक्षा के दौरान की फोटो भी क्षेत्रीय अधिकारी और बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी।

कोरोना के लक्षण दिखने पर अलग कमरे में दिलाई जाएगी परीक्षा

किसी विद्यार्थी की तबीयत खराब होने या कोरोना के लक्षण पाए जाने पर उसे अलग कमरे में परीक्षा दिलाई जाएगी। वहीं, किसी कारणवश अगर कोई छात्र स्कूल की ओर से तय तिथि पर प्रयोगात्मक परीक्षा देने नहीं पहुंच पाता है तो उसे इसकी जानकारी स्कूल के साथ ही अपने क्षेत्रीय अधिकारी को तत्काल देनी होगी।

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