मनमाफिक सीटें और कोर्स स्वीकृति पर सीबीआइ का शिकंजा
एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति समेत 22 से ज्यादा प्रोफेसरों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किए हैं।
By Edited By: Published: Wed, 15 Aug 2018 03:01 AM (IST)Updated: Thu, 16 Aug 2018 08:49 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति समेत 22 से ज्यादा प्रोफेसरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सीबीआइ ने विवि से संबद्ध देहरादून के निजी शिक्षण संस्थानों को मनमाफिक कोर्स की मान्यता और सीटें बढ़ाने की स्वीकृति में गड़बड़ी पर इन सभी को नोटिस जारी कर दिए हैं। 21 अगस्त से सात सितंबर के बीच सीबीआइ के दून स्थित दफ्तर में पूछताछ की जाएगी। एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय ने वर्ष 2013 से 2017 के बीच दून समेत अन्य जिलों में प्राइवेट संस्थानों में नए कोर्सो के साथ सीटें बढ़ाने की स्वीकृति दी। इसके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर गठिन प्रोफेसरों की कमेटी ने संबंधित संस्थानों का दौरा भी किया। सीबीआइ को इस मामले में बड़ी साठ-गांठ की सूचनाएं मिली थीं। इसी आधार पर सीबीआइ विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों को दी गई नए कोर्सो की मान्यता और सीटों को बढ़ाने के मामले की शुरुआती जांच कर रही है। सीबीआइ ने उन सभी को नोटिस जारी किए हैं, जिन्होंने नए पाठ्यक्रमों को मान्यता देने में भूमिका निभाई थी। इसमें पूर्व कुलपति जेएल कौल, कुल सचिव एके झा, उपकुल सचिव संजय ध्यानी, एके मोहंती, मायाराम नौटियाल के अलावा 22 से ज्यादा प्रोफेसर शामिल हैं। इस नोटिस में प्रोफेसरों और विवि के अफसरों से बयान दर्ज कराने को कहा गया है। सीबीआइ के जांच अधिकारियों ने नोटिस जारी करने की पुष्टि भी की है। जबकि इससे पहले सीबीआइ विवि से पुराना रिकार्ड भी जब्त कर चुकी है। इन्हें जारी किए गए नोटिस सीबीआइ ने प्रो.आरके अग्रवाल, प्रो.वाइके तोमर, अजीत नेगी, इंजीनियर एचएम नैथानी, एचएनबी विवि, डा.गौरी सेवा प्रिंसिपल पीजी कॉलेज डाकपत्थर, प्रो.आरसी रमोला, प्रो.एनके अग्रवाल, प्रो.डीपी वशिष्ट एचएनबी विवि, प्रो.पी कौशिक गुरुकुल कांगड़ी, प्रो.एसके लवानिया प्रिंसिपल जीबी पंत, प्रो.जेएस जगवाण टिहरी, प्रो.जीएस रावत नरेंद्रनगर, इंजीनियर राघुकुल तिलक आइआइटी रुड़की, प्रो.आर प्रसाद, प्रो.एसआर सिंह, प्रो.डीएस नेगी, प्रो.दिनेश भट्ट, डा.जीएस रजवार, प्रो.राजेश चंद्र आइआइटी रुड़की समेत अन्य को नोटिस जारी किया गया हैं। इन कॉलेजों को दी मान्यता एल्पाइन इंस्टीट्यूट, डॉल्फिन इंस्टीट्यूट, उत्तरांचल कॉलेज, दून पीजी कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, दून वैली कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बाबा फरीद इंस्टीट्यूट आदि को नए कोर्स और सीटें बढ़ाने में खेल किए जाने का आरोप है।
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