कैट का पेपर रहा औसत, अंग्रेजी ने अभ्यर्थियों को उलझाया
इस बार कॉमन ऐडमिशन टेस्ट (कैट) का पेपर औसत रहा। इसके अलावा अंग्रेजी को अभ्यर्थियों ने मुश्किल बताया है।
देहरादून, जेएनएन। आइआइएम और अन्य शीर्ष बिजनेस स्कूलों में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा कॉमन ऐडमिशन टेस्ट (कैट) रविवार को हुई। इस साल परीक्षा में डिस्क्रिप्टिव क्वेश्चन की संख्या बढ़ गई है। इसका सीधा असर समय पर पड़ा होगा। जिन उम्मीदवारों का टाइम मैनेजमेंट ठीक रहा होगा, वह अच्छा कर सकें। इसके अलावा अंग्रेजी को अभ्यर्थियों ने मुश्किल बताया है। शहर में पांच केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई। जिसमें 1200 से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए।
आसान रहा पेपर
विशेषज्ञों के अनुसार पेपर बहुत कठिन नहीं था। क्वांटिटेटिव एबिलिटी का पेपर का लंबा था, लेकिन पिछले साल की तुलना में सरल था। वर्बल एबिलिटी एंड रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन का पेपर पिछले साल जैसा ही था। इस बार ज्यादातर उम्मीदवार इसे हल करने में सफल रहे। वहीं, डाटा इंट्रीपिटीशन एंड लॉजिकल रीजनिंग भी पिछले साल की तुलना में सरल थी।
पिछले साल जैसा रही परीक्षा
परीक्षा विशेषज्ञ अमित गोयल के अनुसार परीक्षा पिछले साल जैसी ही रही। पेपर का स्तर औसत कहा जाएगा। पेपर में कठिन प्रश्नों को लंबे प्रश्नों के बीच संतुलन नजर आया। परीक्षा से बाहर आए छात्रों ने बताया कि इस साल का पेपर पिछले साल जैसा ही रहा। अंग्रेजी में जरूर दिक्कत हुई। यह सेक्शन मुश्किल था और पैसेज समझने में दिक्कत हुई।
ज्यादा सवालों का जवाब देने वाले कर सकते हैं अच्छा स्कोर
कैट की परीक्षा स्पीड और सही जवाबों के तालमेल की परीक्षा है। परीक्षा में सफल होना उम्मीदवारों की तैयारी पर निर्भर करता है। विशेषज्ञों के अनुसार इस परीक्षा में समय प्रबंधन व ज्यादा सवाल करने वाले उम्मीदवार अच्छा स्कोर कर सकते हैं।
सकारात्मक होकर आगे बढ़ें
कैट का एग्जाम हो जाने के बाद अब अभ्यर्थियों को रिजल्ट का इंतजार है। ऐसे में छात्रों को इस समय में करंट अफेयर्स और कम्युनिकेशन स्किल्स पर काम करना चाहिए। जनरल अवेयरनेस के लिए गंभीरता के साथ तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। ग्रुप डिस्कशन के लिए नियमित प्रैक्टिस और मॉक इंटरव्यू पर फोकस करना चाहिए।
क्या रहेगी सेक्शनवार कटऑफ
क्वांटिटेटिव एबिलिटी- 60
वर्बल एबिलिटी एंड रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन-45
डाटा इंट्रीपिटीशन एंड लॉजिकल रीजनिंग-58
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अमित मित्तल (निदेशक कॅरियर लांचर) का कहना है कि यदि आप टॉप तीन आइआइएम का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं तो स्कोर 160 से ऊपर होना चाहिए। अगले तीन संस्थान के लिए 150 अंक और उससे नीचे 135-140 का स्कोर मानकर चलिए।
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