पोस्ट ऑफिस रोड बंद करने को लेकर गरमाया सदन
वायु सेना द्वारा कैंट की मुख्य पोस्ट ऑफिस रोड को आम जनता के लिए बंद किए जाने पर उपाध्यक्ष व सभासदों ने नाराजगी व्यक्त की।
जागरण संवाददाता, देहरादून : छावनी परिषद क्लेमेनटाउन की बुधवार को अध्यक्ष ब्रिगेडियर सुभाष पंवार की अध्यक्षता में विशेष बोर्ड बैठक हुई। ब्रिगेडियर पंवार की यह अंतिम बैठक थी। वह पिछले तीन साल से कैंट बोर्ड अध्यक्ष थे और अब उनका स्थानातरण वाराणसी हो गया है।
बोर्ड बैठक में छावनी परिषद की विभिन्न निविदाओं को स्वीकृति प्रदान की गई। जिसमें सुरक्षा गार्ड, सफाई कार्यो के लिए वाहनों का क्रय आदि निविदाएं शामिल हैं। वायु सेना द्वारा कैंट की मुख्य पोस्ट ऑफिस रोड को आम जनता के लिए बंद किए जाने पर उपाध्यक्ष व सभासदों ने नाराजगी व्यक्त की। उपाध्याय भूपेंद्र सिंह कंडारी ने कहा कि यह मार्ग वायुसेना ने पिछले करीब 100 दिन से बंद किया हुआ है। वायुसेना का यह कार्यालय कैंट बोर्ड क्षेत्र की सीमा में है। इसलिए बोर्ड अध्यक्ष, जो स्टेशन कमाडर भी हैं, इस मुख्य मार्ग को आमजन के लिए जल्द खुलवाएं। अन्यथा रक्षा मंत्रालय से शिकायत की जाएगी। इस पर अध्यक्ष ने एडम कमाडेंट कर्नल अजय सिंह को वायुसेना के अधिकारियों के साथ वार्ता कर मामले का समाधान करने के निर्देश दिए। कहा कि स्थानीय लोगों को आवाजाही में दिक्कत नहीं होनी चाहिए। वहीं सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए। बैठक में छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी अभिषेक राठौर, कर्नल नवीन मिश्र, कर्नल अजय सिंह, कर्नल आशीष कंडवाल, कर्नल एके सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष एवं सभासद सुनील कुमार, सभासद मोहम्मद तासीन, रामकिशन यादव, टेक बहादुर, बीना नौटियाल, बृजेश गुप्ता, विनोद कुमार आदि उपस्थित रहे। क्लेमेनटाउन में हाट बाजार का शिलान्यास
क्लेमेनटाउन कैंट क्षेत्र में जल्द हाट बाजार बनेगा। बुधवार को बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर सुभाष पंवार व उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह कंडारी ने निर्माण कार्यो का शिलान्यास किया। इसके अलावा खेल मैदान का उद्घाटन भी किया गया। यह दोनों प्रस्ताव कैंट की बोर्ड बैठक में पारित किए जा चुके हैं। हाट बाजार में छोटी-छोटी कई दुकानें बनाई जाएंगी। जिनमें राज्य के जैविक खाद्य पदार्थो के अलावा सस्ते दाम के सामान की बिक्री की जाएगी। वहीं झील के सामने 25 बीघा भूमि पर खेल मैदान बनाया गया है। क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। लंबे समय से खाली पड़े इस भूखंड पर अवैध कब्जे का प्रयास होता रहा है। ऐसे में कैंट बोर्ड ने यहा खेल मैदान बनाकर इसका सदुपयोग किया है।