स्वरोजगार से ही खुलेंगे रोजगार के द्वार, देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड के स्थापना दिवस पर बोले वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल
रविवार को कारगी चौक स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड का छठा स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। संस्था के निदेशक संजय जुयाल ने मुख्य अतिथि काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
जागरण संवाददाता, देहरादून: देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड छह साल से बैंकिंग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही है। किसानों को लाभ पहुंचाने के साथ ही कंपनी स्वरोजगार के अवसर पर भी पैदा कर रही है। स्वरोजगार से ही रोजगार के अवसर खुलेंगे। यह बातें वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने एक कार्यक्रम में कहीं।
रविवार को कारगी चौक स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड का छठा स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। संस्था के निदेशक संजय जुयाल ने मुख्य अतिथि काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि पैसा लेकर जनता के साथ धोखाधड़ी करने वाली संस्थाओं से सचेत रहें।
उत्तराखंड में लोग मेहनत से आजीविका चलाते हैं। ऐसे में कोई बाहरी संस्था आकर उनके साथ ठगी करे, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस दिशा में सरकार ठोस कदम उठाएगी। कहा कि देवभूमि संस्था आज 500 से अधिक युवाओं को रोजगार देकर प्रदेश निर्माण में सहयोगी बन रही है। उम्मीद है कि जल्द ही संस्था का स्वरोजगार का यह आंकड़ा 500 से बढ़कर 5000 हो जाए।
वित्त मंत्री ने देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड के निदेशकों, सदस्यों और सभी हितधारकों को स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बैंङ्क्षकग क्षेत्र में राज्य में कई संस्थाएं काम कर रही हैं, लेकिन देवभूमि किसान निधि लिमिटेड जो कार्य कर रही है, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि विश्वास है कि संस्था भविष्य में भी इस विश्वास के साथ निरंतर ईमानदारी के साथ जारी रखेगा।
इसके बाद ब्रह्मकमल सांस्कृतिक टीम के कलाकारों ने सरस्वती वंदना की शानदार प्रस्तुति दी और फिर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मनमोहा। संस्थान के निदेशक प्रशासन मुकेश भट्ट और निदेशक एचआर सतीश रतूड़ी ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में टारगेट अचीव करने वाले सफल प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर आदित्य कोठारी, विनोद खंडूड़ी, प्रमोद कपरूवान, गणेश प्रसाद शास्त्री, अनुराग कुकरेती, मनमोहन लखेड़ा, बंकिम भट्ट, विनीत जगूड़ी, संजय सुयाल, विपिन पैन्यूली आदि उपस्थित थे।