कैबिनेट मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत बोले, पहले सीएम से बात करुंगा, तभी दूंगा प्रतिक्रिया
उत्तराखंड में अंगीकृत किए गए केंद्र के भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार (रोजगार का विनियमन एवं सेवा शर्तें) अधिनियम के तहत राज्य में गठित भवन एवं अन्य सन्निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाए जाने से कैबिनेट मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत खफा हैं।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में अंगीकृत किए गए केंद्र के भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार (रोजगार का विनियमन एवं सेवा शर्तें) अधिनियम के तहत राज्य में गठित भवन एवं अन्य सन्निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाए जाने से कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत खफा हैं। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस बारे में वह पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात करेंगे। इसके बाद ही कोई प्रतिक्रिया देंगे।
वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के पास श्रम एवं सेवायोजन मंत्रालय का जिम्मा भी है। श्रम विभाग के अंतर्गत आने वाले भवन एवं अन्य सन्निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी डॉ. हरक सिंह रावत ही देख रहे थे। इस बीच शासन ने 20 अक्टूबर को अचानक अधिसूचना जारी डॉ.रावत की जगह अध्यक्ष पद पर श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को नियुक्त कर दिया। तर्क दिया गया कि बोर्ड का कार्यकाल नौ सितंबर को पूरा हो गया था। सरकार के फैसले के अनुरूप बोर्ड का पुनर्गठन किया गया है। इसी के तहत सत्याल को अगले तीन साल के लिए बोर्ड के अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बोर्ड के अध्यक्ष पद पर अचानक किए गए इस बदलाव से कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत भी हैरत में हैं। हालांकि, वह अभी इस मसले पर चुप्पी साधे हैं। शुक्रवार को इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि इस मामले में वह मुख्यमंत्री से बात करेंगे, लेकिन अभी उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है। मुख्यमंत्री गुरुवार शाम को दिल्ली से लौटे और शुक्रवार सुबह कुमाऊं के दौरे पर रवाना हो गए। डॉ.रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद ही इस मामले में वह कुछ कहेंगे। संभव है कि शनिवार शाम अथवा रविवार को वह मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे।
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